
प्रभावित वार्डों को खाली एहतिहातन खाली करा लिया गया है. बचाव अभियान जारी है, घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है.
सूरत में आग लगने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. सूरत में एक अवैध ढांचे में आग लगने के कारण 22 विद्यार्थियों की मौत हो जाने के बाद गुजरात सरकार ने राज्य में 9,000 से अधिक संपत्तियों के बिल्डरों से अग्नि सुरक्षा के उपकरण स्थापित करने को कहा था. इनमें से 1,100 संपत्तियां सूरत में हैं.
सूरत के सरथना इलाके में स्थित तीन मंजिला इमारत तक्षशिला की छत पर चौथी मंजिल के रूप में बने एक ढाचे में चल रहे एक कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे 22 विद्यार्थियों की जान मई के अग्निकांड में चली गई थी. इन विद्यार्थियों की उम्र 14 से 17 साल थी.