
गुजरात में जहरीली शराब का प्रकोप कहर मचा रहा है. राज्य में पिछले 12 घंटे में 9 और लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही जहरीली शराब से अबतक मरने वालों की संख्या 42 हो चुकी है. इनमें से बोटाद अस्पातल में 31 लोगों की मौत हुई है, जबकि अहमदाबाद के अस्पताल में 11 लोगों ने जान गंवाई है.
पुलिस ने बताया कि बोटाद में जिन 31 लोगों की मौत हुई है वे आस-पास के अलग अलग गांवों के हैं. जबकि अहमदाबाद में जिन 11 लोगों की मौत हुई है वे धांडुका तालुका के हैं. पुलिस के अनुसार अभी भी भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद में 50 लोग अलग अलग अस्पतालों में भर्ती हैं.
इस मामले में बोटाद और अहमदाबाद पुलिस ने मंगलवार को लगभग 24 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 328 120-B के तहत केस दर्ज किया है. पुलिस ने अबतक इनमें से 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि गुजरात में जहरीली शराब का ये मामला सोमवार को सुबह सुर्खियों में आया, जब बोटाद जिले के रोजिद गांव और आस-पास के इलाकों में कुछ लोगों की तबीयत खराब हो गई थी. इसके बाद इन लोगों को बारवला इलाके में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया है कि इस इलाके के आस-पास के अपराधी किस्म के लोग मिथाइल अल्कोहल अथवा मेथानॉल में पानी मिलाकर जहरीली शराब बना रहे थे. ये रसायनिक मिश्रण बेहद जहरीला है. ये लोग इसे बाजार में 20 रुपये पाउच में बेच रहे थे.
पुलिस के अनुसार फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि मृतकों ने मिथाइल अल्कोहल का सेवन किया था.
गुजरात के गृह विभाग के अनुसार, घटना की विस्तृत जांच करने और तीन दिनों के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है.
पुलिस जांच में पता चला है कि जयेश उर्फ राजू नाम के एक व्यक्ति ने अहमदाबाद के एक गोदाम से 600 लीटर मिथाइल अल्कोहल चुराया था, जहां वह मैनेजर के रूप में काम करता था और फिर 25 जुलाई को अपने बोटाद स्थित चचेरे भाई संजय को 40 हजार रुपये में बेच दिया.
इसके बाद संजय ने इस जहरीले केमिकल को शराब बनाने वालों को बेच दिया.