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अब गुजरात में कांग्रेस का टेस्ट, जसदण विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कल वोटिंग

जसदण विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जिसके लिए 20 दिसंबर यानी गुरुवार को वोटिंग होनी है. इस सीट पर बीजेपी के टिकट पर कुंवरजी बावलिया और कांग्रेस के टिकट पर अवसर नाकिया के बीच मुकाबला है. चुनाव के नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे.

चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की सभा में मौजूद जनता (फोटो-फेसबुक) चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की सभा में मौजूद जनता (फोटो-फेसबुक)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:26 AM IST

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब गुजरात में होने वाले उपचुनाव की बारी है. राज्य की जसदण विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जिसके लिए कल (20 दिसंबर) मतदान कराया जाएगा.

2017 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर कुंवरजी बावलिया ने जीत दर्ज की थी. बावलिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और जुलाई में उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उपचुनाव कराना पड़ा है. बावलिया के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार अवसर नाकिया मैदान में हैं.

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कहां जाएगा कोली समुदाय?

उपचुनाव से यह संकेत मिलेगा कि क्या कांग्रेस के पास अब भी संख्या के हिसाब से मजबूत कोली समुदाय का समर्थन है या समुदाय पांच बार विधायक रहे कुंवरजी बावलिया के साथ जाएगा, जिन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर सत्तारूढ़ भाजपा का दामन थाम लिया है.

ओबीसी कोली समुदाय के कद्दावर नेता बावलिया की इस विधानसभा क्षेत्र में जबरदस्त पैठ है. वह कांग्रेस के टिकट से पांच बार इस सीट पर निर्वाचित हो चुके हैं. वह तब से इस सीट पर जीतते आ रहे है जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे.

कांग्रेस छोड़ते ही बन गए मंत्री

एक बार सांसद रहे बावलिया अब विजय रुपाणी के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. कांग्रेस छोड़ते ही उन्हें मंत्री बना दिया गया था.

यह उपचुनाव भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है. भाजपा को हाल ही में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है. जिससे पार्टी को नई ताकत मिली है.

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35 फीसदी कोली समुदाय

राजकोट जिले में स्थित जसदण निर्वाचन क्षेत्र में 35 प्रतिशत कोली मतदाता हैं. भाजपा जहां कोली समुदाय के नेता के बलबूते उन्हें अपने समर्थन में करने की उम्मीदें लगाए हुए है. वहीं, कांग्रेस उम्मीद कर रही है कि बावलिया के पार्टी छोड़ने के बावजूद कोली समुदाय उसका समर्थन करता रहेगा जो उसका पारंपरिक वोट बैंक रहा है.

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने न्यूज एजेंसी भाषा को बताया है कि कोली समुदाय कांग्रेस के साथ रहा है और उसके साथ रहेगा. गुजरात के लोग कुंवरजी बावलिया जैसे भगोड़े को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.

बता दें कि किसी समय बावलिया के शागिर्द रहे कांग्रेस प्रत्याशी अवसर नाकिया भी कोली समुदाय से आते हैं. उन्होंने उपचुनाव जीतने का विश्वास जताया है. नाकिया ने कहा, 'जसदण के लोगों के लिए पार्टी व्यक्ति से ऊपर है और मैं यहां जीतूंगा.'

बता दें कि गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में 15 से 18 विधानसभा क्षेत्रों में कोली समुदाय का प्रभाव है. भाजपा के लिए इस अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आकर्षित करना महत्वपूर्ण है जो पारंपरिक रूप से कांग्रेस का समर्थक रहा है. गुरुवार को मतदान के मतगणना 23 दिसंबर को होगी.

बीजेपी को मिली थीं 99 सीट

दिसंबर 2017 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 182 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए सरकार बनाई थी. कांग्रेस ने 77 सीटों पर बाजी मारी थी. एक सीट एनसीपी और 2 सीट भारतीय ट्राइबल पार्टी ने जीती थीं. तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.

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