
गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज शनिवार शाम को अचानक टूट गया, जिसमें मरने वालों की संख्या 141 हो गई है. घायलों की संख्या 70 बताई जा रही है. इस ब्रिज को सात महीने के रिनोवेशन के बाद पांच दिन पहले ही दोबारा खोला गया था, जिससे प्रशासन पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं. आरोप है कि ब्रिज को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था. ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोगों के पहुंचने को पुल टूटने की वजह बताया जा रहा है. अंदेशा जताया जा रहा है कि टिकट से कमाई के चलते सीमित संख्या से अधिक लोगों को ब्रिज पर जाने दिया गया.
ब्रिटिश काल में बने इस 233 मीटर लंबे और 1.25 मीटर चौड़े ब्रिज को झूला पुल भी कहा जाता है. चश्मदीदों का कहना है कि यह घटना शनिवार शाम 6.30 बजे उस हुई जब ब्रिज पर बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद थे. ब्रिज के टूटते ही लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. कहा जा रहा है कि ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोगों के होने की वजह से यह पुल टूट गया.
ब्रिज को नहीं दिया गया था फिटनेस सर्टिफिकेट
रिनोवेशन के महज चार या पांच दिन बाद ब्रिज के दोबारा खुलने के बाद यह भयावह हादसा होने पर प्रशासन सवालों के घेरे में है. एक अधिकारी का कहना है कि एक निजी फर्म को ब्रिज की मरम्मत का काम सौंपा गया था. सात महीने के रिनोवेशन वर्क के बाद ब्रिज को आम जनता के लिए दोबारा खोला गया था. लेकिन नगर निगम की ओर से ब्रिज को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था.
टिकट की बिक्री से कमाई बनी लोगों का काल!
रिपोर्ट के मुताबिक, इस ब्रिज की क्षमता 100 लोगों की थी लेकिन रविवार को 400 टिकट बेचे गए. अब सवाल खड़ा हो गया है कि ब्रिज की क्षमता को जानते हुए भी इतने लोगों को टिकट क्यों बेचे गए?
मोरबी के इस ब्रिज पर जाने के लिए बकायदा टिकट खरीदना पड़ता था. वयस्कों के लिए 17 रुपये का टिकट जबकि बच्चों के लिए 12 रुपये का टिकट खरीदना अनिवार्य था. रविवार की छुट्टी और छठ पर्व की वजह से भारी संख्या में लोग ब्रिज पर पहुंचे थे.
बता दें कि एक निजी फर्म ने इस ब्रिज का रिनोवेशन का जिम्मा लिया था, जिसमें बताया जा रहा है कि करीब दो करोड़ रुपयें का खर्च आया था. प्रशासन की लापरवाही को लेकर उठ रहे सवालों के बीच गुजरात सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है.