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सुपारी देकर मां ने कराया बेटी के प्रेमी का मर्डर, दो महीने पहले ही बनाया था प्लान

गुजरात पुलिस को अहमदाबाद के असलाली इलाके में एक युवक का गला कटा हुआ शव मिला था. मामले की जांच करते हुए पुलिस तह तक पहुंची तो शख्स के मर्डर की सुपारी देने वाली महिला ने पूरी कहानी उगल दी.

सुपारी देकर मां ने कराया बेटी के प्रेमी का मर्डर (ai image) सुपारी देकर मां ने कराया बेटी के प्रेमी का मर्डर (ai image)
ब्रिजेश दोशी
  • अहमदाबाद ,
  • 19 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:41 PM IST

बीते 15 दिसंबर को गुजरात पुलिस को अहमदाबाद के असलाली इलाके में एक युवक का गला कटा हुआ शव मिला था. पुलिस ने अपराध दर्ज करके जांच शुरु की थी. पता चला कि मृतक युवक रिक्शा चलाता था जिसके आधार पर पुलिस उस रिक्शे की मालिक महिला तक पहुंची और पुरे षडयंत्र का पर्दाफाश हुआ.

जुहापुरा का रहने वाला 29 साल का साकिर खान पठान अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए आशाबेन चुनारा का रिक्शा चलाता था. जब उसकी हत्या हुई तब वह अपने दोस्त धर्मेन्द्र के साथ ही रिक्शा लेकर निकला था. पुलिस ने जब आशाबेन की सख्त पूछताछ की तो हत्या की गुत्थी सुलझ गई. आशाबेन ने पुलिस को बताया कि साकिर के उनकी बेटी रेखा के साथ प्रेम संबंध थे जिसके चलते उन्होंने 1 लाख की सुपारी देकर धर्मेन्द्र नाम के व्यक्ति से साकिर की हत्या करवाई. 

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अहमदाबाद ग्राम्य के एसपी ओमप्रकाश जाटने बताया कि पुलिस की पूछताछ में सारी बातें साफ हो गईं. पता चला की साकिर की दो शादियां हुई थी और रेखा की भी दो शादियां हो चुकी थी. दूसरे पति के साथ झगडा होने के बाद रेखा अपनी मां के घर रहती थी और उसकी मां की रिक्शा चलाने वाला साकिर वहां पर आता रहता था. इसी दौरान दोनों को प्यार हो गया. आशाबेन ने साकिर को कई बार यह संबंध तोड़ने को कहा था पर वह मान नहीं रहा था जिसके वजह से उन्होंने सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी.

दो महीने पहले बनाया हत्या का प्लान  

आशाबेन ने साकिर को कई बार समझाया पर उसने रेखा से अपने संबंध नहीं तोड़े. आशाबेन ने अपने भतीजे धरम को कहा कि साकिर को रास्ते से हटाना पड़ेगा. इसके बाद धरम ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले धर्मेन्द्र पासी को साकिर की हत्या की सुपारी दी. धर्मेन्द्र आशाबेन के घर पर रहकर ही काम करता था और साकिर के साथ उसकी दोस्ती हो गई थी जिसका उन्होंने फायदा उठाया. धरम और धर्मेन्द्र को इस हत्या के लिए 1 लाख रुपये मिलने वाले थे. ऐसे हत्या के बाद वह दोनों जब आशा के पास पैसा लेने गए तब आशा ने सिर्फ 5 हजार रुपये ही दिए. इस वजह वह लोग वहीं पर रुक गए थे और पुलिस ने उनको भी गिरफ्तार कर लिया.
 
 

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