
गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रुपाणी (Vijay Rupani Resigns) ने शनिवार दोपहर को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राज्यपाल अचार्य देवव्रत से मुलाकात करके अपना इस्तीफा सौंप दिया. रुपाणी के सीएम पद से हटने के बाद अब यह सवाल उठने लगा है कि गुजरात का अगला मुख्यमंत्री कौन (Who will be Next Gujarat Chief Minister) बनने जा रहा है? सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री पद की रेस में बीजेपी के कई नेता आगे चल रहे हैं. इन्हीं नेताओं में से एक नाम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का नाम भी शामिल है.
गुजरात के अगले सीएम की पद की रेस में जो नाम आगे चल रहे हैं. उनमें मंडाविया के अलावा, केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन, डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला शामिल है. मालूम हो कि मनसुख मंडाविया को जुलाई महीने में हुए मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के समय ही डॉ. हर्षवर्धन को हटाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके अलावा, गोरधन जदाफिया का भी नाम मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे चल रहा है.
लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल पटेल भी गुजरात की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं. ऐसी खबर है कि राज्य के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर उनके नाम पर भी मुहर लगाई जा सकती है. पहले चर्चा सीआर पाटिल के नाम पर भी हुई थी. लेकिन अब खुद पाटिल ने साफ कर दिया है कि वे इस रेस का हिस्सा नहीं हैं. ऐसे में अब नए सीएम का ऐलान तो कल विधायक दल की बैठक में होगा, लेकिन कम होते नामों की वजह से ये सीएम रेस और ज्यादा दिलचस्प हो गई है.
गुजरात में पटेल समुदाय काफी अहम
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला का सीएम पद की रेस में आगे चलने के पीछे एक वजह उनका पटेल समुदाय से आना है. गुजरात में पटेल समुदाय राजनीतिक रूप से काफी अहम माने जाते हैं. पटेल समुदाय में कदवा और लेउवा पटेल होते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में दोनों ही पाटीदार समुदाय को तव्वजो दी. पुरुषोत्तम रूपाला कदवा पाटीदार और मनसुख मांडविया लेउवा पाटीदार हैं. लेकिन अब ये सीएम की रेस में शामिल हो गए हैं.
PM मोदी के विश्वनीय माने जाते हैं सीआर पाटिल
सीआर पाटिल एक प्रभावकारी सांसद के रूप में माने जाते हैं. अपने संसदीय क्षेत्र में विकास के कार्यों को प्रमोट करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करने में माहिर है. गुजरात बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले 281 सदस्यों वाली जंबो कार्यकारिणी का गठन किया है. इसकी जिम्मेदारी सीआर पाटिल के कंधों पर ही है. उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वनीय माना जाता है.
पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाऊंगा: रुपाला
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने 'आजतक' से बात करते हुए कहा कि राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर मंथन चल रहा है और कुछ ही देर में वह नाम भी सामने आ जाएगा. जब रुपाला से पूछा गया कि क्या आप मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इस तरह के सवाल के जवाब नहीं दे रहा हूं. अभी जो जिम्मेदारी मिली है, उसको निभा रहे हैं और जो भी जिम्मेदारी पार्टी द्वारा दी जाएगी, उसे निभाऊंगा भी. रुपाला ने बात करते हुए कहा, ''यह एकाएक हुई घटना नहीं है. विजयभाई पांच साल तक मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं. यह कोई कम समय नहीं होता है. पार्टी और नए नेतृत्व के बारे में सोच रही होगी. नेतृत्व के पास सभी कार्यकर्ताओं के पास पूरा डेटा है और उन्हें जो उचित लगेगा, उसे वह जिम्मेदारी मिलेगी.''
सीएम पद से इस्तीफा सौंपने के बाद क्या बोले रुपाणी?
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपने के बाद विजय रुपाणी ने चंद मिनटों के लिए मीडिया से बात की. उन्होंने अपने फैसले के बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी आलाकमान का आभार व्यक्त किया. रुपाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है. उनके नेतृत्व व मार्गदर्शन में गुजरात ने नए आयामों को छुआ है. पिछले पांच सालों में मुझे भी योगदान करने का जो अवसर मिला, उसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं.'' बता दें कि गुजरात से पहले इस साल बीजेपी उत्तराखंड और कर्नाटक में भी अपने मुख्यमंत्री को बदल चुकी है.