
गुजरात के सूरत शहर में होने वाली शादी के बारे में सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे, क्योंकि इस शादी में बतौर अतिथि गौमाता आएंगी, जिन्हें साक्षी मानकर वर-वधु सात फेरे लेने वाले हैं. यह शादी अपने आप में अनोखी इसलिए भी है, क्योंकि दूल्ला-दूल्हन अपनी इस शादी के लिए 5 पन्नों की जो लग्न पत्रिका छपवाई है वह पूरी तरह से संस्कृत में है.
यही नहीं शादी में आने वाले मेहमानों को प्लास्टिक के ग्लास के बजाय मिट्टी के ग्लास दिए जाएंगे, जिससे कुम्हार को रोजगार भी मिलेगा और पर्यावरण के लिहाज से नुकसानदायक भी नहीं होगा. सूरत में ये जोड़ा 3 फरवरी को शादी के बंधन में बंध जाएंगे.
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पेशे से अभिलाषा सीए हैं और रोहित बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी कर रहे हैं. शहर के बड़े कपड़ा उद्योगपतियों की दोनों संतान हैं और इनकी शादी में वीआईपी लोगों के तांते तो लगेंगे ही, लेकिन इनसे ऊपर गौमाता और बछड़ा इनकी शादी में मुख्य अतिथि होंगे, जिनकी उपस्थिति में यह दोनों सात जन्म के लिए सात फेरे लेंगे.
इस शादी में लोगों को वैदिक परंपरा और संस्कृति से अवगत कराने के लिए 31 पंडितों के वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ यह विवाह होगा. इन्होंने जो विवाह आमंत्रण बनवाई है वह पूरी तरह संस्कृत भाषा में है.
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मिट्टी के ग्लास से स्वागत
शादी में प्लास्टिक के ग्लास का इस्तेमाल न हो इसलिए मेहमानों का स्वागत मिट्टी के ग्लास से किया जाएगा, जिसके लिए दोनों परिवारों ने 5000 मिट्टी के ग्लास का ऑर्डर कुम्हार को दे दिया है. मिट्टी के ग्लास बनाने से कुम्हार को रोजगार मिले यह भी शादी का मुख्य उद्देश्य है.
वहीं, 3 फरवरी को जब शादी होगी तो बाराती और दूल्हा घोड़ी पर होंगे, लेकिन आगे चलेंगी गौमाता और उनका बछड़ा. इसके अलावा वर-वधु ने प्री वेडिंग शूट नहीं करवाया है, वहीं शादी में मिलने वाले नेग को देश के लिए समर्पित संस्थाओं को दान करने का फैसला किया गया है.