वडोदरा, द्वारका, जामनगर... गुजरात में शहर-शहर हर तरफ पानी है. सैलाब के बीच रास्तों का पता नहीं है. घर-बार सब डूबे हुए हैं. गुजरात के 18 जिलों का हाल बेहाल है. निचले इलाकों में हालात इतने बुरे हैं कि जान पर बन आई है. बाढ़ में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत और बचाव का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. वडोदरा के सयाजीगंज इलाके में 8 फीट तक पानी है. लोग 2 दिन से घरों में कैद हैं. ना बिजली है, ना पानी ही है. ऐसे में सेना के जवान देवदूत बनकर आए. सेना के जवानों ने रस्सी-बाल्टी की मदद से हर घर में पानी-खाना पहुंचाया. हेलिकॉप्टर की मदद से खाने-पीने का सामान पहुंचाया जा रहा है.
गुजरात राज्य इस वक्त बहुत मुश्किल में है. सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश होने के कारण गुजरात के 18 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, बोटाद, गीरसोमनाथ, अमरेली और भावनगर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. वहीं, अगले 5 दिन भी हालात सुधरने वाले नहीं हैं. मौसम विभाग (IMD) ने गुजरात में अगले 5 दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की तरफ से 29 अगस्त को गुजरात के 33 जिलों में से 11 जिलों में रेड अलर्ट तो बाकी 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी है.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने द्वारका, जामनगर का एरियल सर्वे किया. इसके बाद जामनगर में अधिकारियों के साथ बैठक की. मीटिंग के बाद सीएम भूपेंद्र पटेल द्वारका पहुंचे. द्वारका में समीक्षा बैठक के बाद सीएम पटेल ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज, 29 अगस्त को शाम 4 बजे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. शाम 4 बजे जामनगर पहुंचकर स्थानीय प्रशासन के साथ वर्तमान स्थिति पर समीक्षा बैठक करेंगे. जामनगर से देवभूमि द्वारका जाएंगे.द्वारका में भी स्थानीय प्रशासन के साथ मीटिंग करेंगे. जिसके बाद खंभालिया में बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों से मुलाकात करेंगे. बता दें कि जामनगर और देवभूमि द्वारका पिछले 2 दिनों से बहुत भारी बारिश के चलते जलमग्न है.
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गुजरात में बारिश और बाढ़ से इंसानों की तरह जानवर भी परेशान हैं. बाढ़ की वजह से जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में घुस आए हैं. वडोदरा में एक मगरमच्छ एक गार्डन में घुस आया. जैसे ही लोगों को इसकी खबर मिली तो आनन-फानन में इसे पकड़ा गया.
गुजरात में अभी बारिश का दौर थमने वाला नहीं है. अभी और मुश्किलें बढ़ सकती है. दरअसल, गुजरात में अगले दो दिनों तक आंधी-तूफान की भी आशंका है. मौसम विभाग ने अभी 5 दिन बारिश का अलर्ट जारी किया है. मछुआरों को अगले दो दिन के लिए समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
पिछले 24 घंटे में गुजरात के 238 तहसीलों में सबसे ज्यादा बारिश कच्छ, जामनगर, देवभूमि द्वारका और राजकोट में हुई है.कच्छ के अबडासा, नखत्राणा, मांडवी, लखपत तहसीलों में 8 से 11 इंच तक भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. जबकि जामनगर के जामजोधपुर, कालावड, लालपुर तहसीलों में 8 इंच तक बारिश हुई है. इसके अलावा देवभूमि द्वारका के भानवड, द्वारका, खंभालिया, कल्याणपुर तहसील में 8 से 12 इंच तक भारी बारिश हुई है. राजकोट के लोधीका, धोराजी, जामकंडोरना तहसीलों में 6 इंच तक बारिश हुई है.
गुजरात के वडोदरा, जामनगर, द्वारका और कच्छ में आज, 29 अगस्त 2024 को भी सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद रखा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर एक बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत करके गुजरात की स्थिति की समीक्षा की है. पीएम मोदी ने केंद्र से पहुंची हुई सहायता के बारे में भी जानकारी ली. पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री को जनजीवन सामान्य करने के लिए वर्तमान स्थिति में मार्गदर्शन दिया.
अभी तक 5 नेशनल हाइवे, 2 एनएचएआइ, 66 स्टेट हाइवे, 92 अन्य सड़कें, 774 पंचायत सड़कें मिलाकर कुल 939 रास्ते बंद है.
गुजरात में मॉनसून की शुरुआत से अबतक कुल 41,678 लोगों को स्थानांतरित किया गया है. जिसमें सबसे ज्यादा वडोदरा में 10218, नवसारी में 9500, सूरत में 3859, खेड़ा में 2729, आणंद में 2289, पोरबंदर में 2041, जामनगर में 1955 लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है. जिसकी वजह से दिल्ली, बिहार, यूपी, गुजरात, हिमाचल और उत्तराखंड सहित ज्यादातर राज्यों में आज, 29 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग की ओर से गुजरात के सुरेन्द्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, मोरबी, द्वारका, गीर सोमनाथ, बोटाद, कच्छ और दीव में आज, 29 अगस्त 2024 को बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
गुजरात में भारी बारीश और बाढ़ से तीन दिन में 28 लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा मौतें आणंद जिले में हुई हैं.
जिले का नाम | मरने वालों की संख्या |
आणंद | 6 |
अहमदाबाद | 4 |
गांधीनगर | 2 |
खेड़ा | 2 |
महिसागर | 2 |
दाहोद | 2 |
सुरेन्द्रनगर | 2 |
मोरबी | 1 |
वडोदरा | 1 |
भरुच | 1 |
जामनगर | 1 |
अरवल्ली | 1 |
पंचमहल | 1 |
डांग | 1 |
देवभूमिद्वारका | 1 |
सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश होने के कारण गुजरात के 18 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं. कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, बोटाद, गीरसोमनाथ, अमरेली और भावनगर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. वहीं, अगले 5 दिन भी हालात सुधरने वाले नहीं हैं. मौसम विभाग (IMD) ने गुजरात में अगले 5 दिन के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की तरफ से 29 अगस्त को गुजरात के 33 जिलों में से 11 जिलों में रेड अलर्ट तो बाकी 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी है.