Advertisement

गुजरात: अरावली में तेंदुए का खौफ, खेतों की देखरेख के लिए किसान ने अपने लिए बनाया पिंजरा

भाटकोटा पंथक में तेंदुए के आतंक से किसान व पशुपालक चिंतित हैं. खेत में फसल की सुरक्षा और तेंदुओं की जान को खतरा न हो इसके लिए एक किसान ने खेत की क्यारी पर लोहे का पिंजरा बना लिया है. हालांकि, लोहे का पिंजरा बनाना हर किसान के लिए एक मुश्किल काम है, ऐसे में किसानों के बीच अपनी जान बचाने या अपनी फसल बचाने में से एक चुनने की स्थिति पैदा हो गई है.  

पिंजरे में रहने को मजबूर किसान पिंजरे में रहने को मजबूर किसान
हितेश सुतरिया
  • अरावली,
  • 22 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 1:10 PM IST

गुजरात में अरावली जिले के मोडासा तालुका के भाटकोटा गांव के आसपास के इलाके में चार तेंदुए पानी और भोजन की तलाश में भटक रहे हैं, जिससे किसानों सहित लोगों में काफी दहशत है. भाटकोटा पंथक में तेंदुए के आतंक से किसान व पशुपालक चिंतित हैं. खेत में फसल की सुरक्षा और तेंदुओं की जान को खतरा न हो इसके लिए एक किसान ने खेत की क्यारी पर लोहे का पिंजरा बना लिया है. हालांकि, लोहे का पिंजरा बनाना हर किसान के लिए एक मुश्किल काम है, ऐसे में किसानों के बीच अपनी जान बचाने या अपनी फसल बचाने में से एक चुनने की स्थिति पैदा हो गई है.  

Advertisement

तेंदुए के डर से लाठियां लेकर तैनात लोग

ग्रामीणों का कहना है कि चार तेंदुओं ने रात के समय भातकोटा गांव के मंदिर के पास खेत में डेरा डाल रखा है. इतना ही नहीं, उनका कहना है कि गांव वाले लगातार तीन से चार घंटे तक मंदिर के सामने डंडे लेकर खड़े रहते हैं, इस डर से कि कहीं गांव में तेंदुए घुस न जाएं और मंदिर के आसपास घूमते हुए उन्हें मार न डालें. यहां ऐसा लग रहा है मानो तेंदुए के परिवार और ग्रामीणों के बीच युद्ध छिड़ गया हो.  

सुरक्षा के लिए लोहे का पिंजरा बनवाया

किसान जान जोखिम में डालकर खेती कर रहे हैं क्योंकि भातकोटा गांव सहित आसपास के पंथक के जंगल में तेंदुए रहते हैं. खेत में खड़ी फसल में मिलावट और तेंदुए के शिकार की आशंका से बचने के लिए भरत राव नामक किसान खेत में क्यारियों पर लोहे का पिंजरा बनाकर फसल की रक्षा करने को विवश हो गया है.

Advertisement

वन विभाग की विफलता

भाटकोटा, रामेश्वर कांपा, गोखरवा, शामपुर सरदोई, लालपुर सहित 15 से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए के आंतक और गड्डा, शामपुर गांव में मवेशियों के मारे जाने से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है. तेंदुए देखे जाने वाले इलाकों में पिंजरा लगाकर वन विभाग संतुष्ट है, लेकिन पिछले एक महीने से लोग अपनी जान हथेली पर लेकर चल रहे हैं. लोगों की मांग है कि तेंदुओं के आदमखोर बनने और इंसानों का शिकार करने से पहले उन्हें पिंजरों  में बंद कर दिया जाए.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement