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आर्मी कैप्टन बनकर 6 लोगों से लूटे 10 लाख, दिया था सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा

गुजरात के जूनागढ़ में नकली आर्मी मेन बने एक युवक ने छह लोगों से दस लाख की धोखाधड़ी की. शख्स खुद को सेना का कैप्टन बताकर लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देता था और ठगी करता था.

आर्मी कैप्टन बनकर 10 लाख की ठगी आर्मी कैप्टन बनकर 10 लाख की ठगी
भार्गवी जोशी
  • जूनागढ़,
  • 07 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST

आजकल के युवा नौकरी लेने के लिए कुछ भी करने या देने को तैयार हो जाते है और धोखाधड़ी करने वाले लोग इसका फायदा उठा रहे हैं. इसी तरह गुजरात के जूनागढ़ में नकली आर्मी मेन बने एक युवक ने छह लोगों से दस लाख की धोखाधड़ी की.

जूनागढ़ के मांगरोल का रहने वाले दिव्येश भूतिया स्पोर्ट्स मेन हैं और साइकल कंपटीशन के लिए पंजाब जा रहे थे. ट्रेन में उन्हें एक आर्मी का ड्रेस पहने हुए क्यों प्रवीण सोलंकी नाम का युवक मिला जिसने बातों ही बातों में दिव्येश की नौकरी की जरूरत को जान लिया. उसने कहा कि उसकी जान पहचान है और वो दिव्येश को सरकारी नौकरी दिलवा सकता है, लेकिन इसके लिए 6 लाख रुपये देने होंगी.

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प्रवीण सोलंकी ने अपने आर्मी कैप्टन का बैच, आई कार्ड, ड्रेस के फोटो भी दिखाई ताकि दिव्येश को विश्वास हो जाए. इतना ही नहीं बल्कि उसने दिव्येश के पिता से भी बात की. पिता ने जब कहा कि 6 लाख रुपए ज्यादा हैं तो आखिर तीन लाख रुपये में नौकरी देने की डील हुई.

स्पोर्ट्स में अव्वल रहते दिव्येश को नौकरी नहीं मिलने पर निराश हो रहे पिता ने अप्रैल में तीन लाख रुपए प्रवीण सोलंकी को दिए थे. बाद में भी नौकरी नहीं मिलने पर बार बार प्रवीण सोलंकी को पूछते थे तो वह बाप बेटे को अलग अलग बहाने बताता. वह कहता था कि उसकी  जम्मू कश्मीर के चुनाव में ड्यूटी लगी है.

साथ ही वह धमकी देता था कि पुलिस में फरियाद की तो अच्छा नहीं होगा. आखिर चार माह बीतने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने पर दिव्येश ने जूनागढ़ बी डिविजन में फरियाद दर्ज करवाई पुलिस ने आई कार्ड ओर अन्य डॉक्यूमेंट्स की जांच की तो पता चला कि प्रवीण नकली आर्मी मेन है. पुलिस ने जांच तेज की ओर आरोपी को धर दबोचा.

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पुलिस डीएसपी हितेश ढांढलिया ने बताया कि पुलिस ने नकली आर्मी मेन तो  पकड़ लिया है. जांच में पता चला है कि प्रवीण सोलंकी ने नकली आर्मी कैप्टन बनकर कुल 6 लोगो से 10 लाख रकम की धोखाधड़ी की है. हालांकि, ये संख्या अधिक भी हो सकती है.

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