
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के अनशन के 11 दिन बाद गुजरात सरकार हरकत में आई है. गुजरात सरकार ने पाटीदारों के 6 बड़े संस्थानों के साथ बातचीत की है. गुजरात सरकार के तीन बड़े नेता सौरभ पटेल, कौशिक पटेल ओर गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने पाटीदार के 6 अलग-अलग संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की.
इस बातचीत का प्रमुख मुद्दा हार्दिक पटेल के अनशन को लेकर था. हार्दिक कि बिगड़ती तबीयत को लेकर सरकार ने कहा कि वो काफी चिंतित हैं. पाटीदार धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मिलने के बाद सरकार ने कहा कि वे पाटीदारों के मुद्दे पर पहले से ही सकरात्मक हैं.
सरकार के साथ हुई इस बैठक के बाद पाटीदार धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि सरकार के निमंत्रण पर बातचीत हुई है. सरकार से जो भी बातचीत हुई है उसके बारे में हार्दिक पटेल को बताएंगे. सरकार के साथ आनेवाले दिनों में और भी बातचीत होगी. यही नहीं उन्होंने सरकार के साथआरक्षण पर भी बातचीत होने का दावा किया है. प्रतिनिधियों ने ये भी कहा है कि किसानों के मुद्दों पर सरकार चिंतित है.
साफ है कि हार्दिक पटेल कि बिगड़ती तबीयत कि वजह से सरकार पर अब दबाव बन रहा है. पाटीदार गांव-गांव में हार्दिक पटेल के समर्थन में सड़क पर उतर रहे हैं. इससे पहले पाटीदार एक बार फिर गुजरात सरकार के लिए परेशान का सबब बनें सरकार ने बातचीत का दौर शुरू किया है. अब देखना यह होगा हार्दिक पटेल सरकार के प्रस्ताव पर क्या कहते हैं.
बता दें कि हार्दिक पटेल पाटीदारों को आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं. गर्मी के बीच अनशन कर रहे हार्दिक के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है.