
पिछले 13 दिनों से अनशन पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता जा रहा है तो दूसरी ओर कांग्रेस उनके अनशन के समर्थन में खुलकर आ गई है और वह शुक्रवार को 24 घंटे का अनशन करेगी.
अनशन के कारण हार्दिक इस कदर कमजोर हो गए हैं कि उन्हें खड़ा होने के लिए सहारा लेना पड़ रहा है. यही नहीं उन्हें कहीं आने जाने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करना पड़ा.
हार्दिक पटेल पिछले 13 दिनों से पाटीदारों को आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी की मांग के साथ अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं. उन्होंने अहमदाबाद के समीप अपने घर पर 25 अगस्त को उपवास शुरू किया था.
दूसरी ओर, राज्य सरकार ने पाटीदारों के अलग-अलग 6 संगठनों से इस मामले में बातचीत की है. हालांकि हार्दिक पटेल और उनके समर्थकों का कहना है कि सरकार किसी भी पाटीदार संस्थान से नहीं बल्कि खुद हार्दिक जहां अनशन पर बैठे हुए हैं, वहां आकर बात करे और वो भी सब के सामने.
हार्दिक पटेल के अनशन को लेकर गुजरात में राजनीति तेज होती जा रही है. हार्दिक के अनशन और किसानों की कर्जमाफी की मांग पर कांग्रेस के सभी विधायक और सांसद गुरुवार को मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से मिलने उनके दफ्तर स्वर्णिम संकुल पहुंचे.
नेता प्रतिपक्ष परेश धानानी के नेतृत्व में ये सभी कांग्रेसी नेता मुख्यमंत्री कार्यलय पहुंचे. कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया का कहना है कि किसी को इतना अहंकारी नहीं होना चाहिए कि किसी की जान तक चली जाए. बीजेपी सरकार बात करने के लिए भी तैयार नहीं है. ये किस तरह का अंहकार है. उन्हें हार्दिक के साथ एक बार बात करनी चाहिए.
मुख्यमंत्री रुपाणी से मुलाकात के बाद नेता विपक्ष परेश धानानी ने कहा कि हमने हार्दिक के अनशन, पाटीदार युवकों पर गैरकानूनी तरीके से किए गए केस और किसानों की कर्जमाफी को लेकर बात की. हमने सरकार से अनुरोध किया कि वह हार्दिक की बात सुने. अनशन के 13वें दिन हार्दिक ने ट्विट कर बीजेपी पर आरोप लगाया कि अगर उनकी मौत भी हो जाए तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.
कांग्रेस हार्दिक पटेल के समर्थन में शुक्रवार सुबह 11 बजे से शनिवार सुबह 11 बजे तक एक दिन के उपवास पर बैठेगी. राज्य के सभी जिलों में यह अनशन किया जाएगा.