
गुजरात के सूरत में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की पाटीदार रैली को लेकर उदयपुर के एक घर में रह रहे हार्दिक पटेल आग बबूला हो गए. पटेल ने कहा कि हम रैली का विरोध करेंगे, मगर अभी उसके तरीके का खुलासा नही करेंगे. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह मुझसे डरी हुई है. इसलिए मुझे घर में नजरबंद कर पटेलों के बीच जा रही है.
बीजेपी के पटेल समाज के पाटीदार राजस्वी सम्मान समारोह को पाटीदार आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल ने समाज के साथ धोखा बताया. साथ ही इस सम्मान समारोह का पाटीदारों से विरोध करने का आह्वान किया. साथ ही ये भी कहा कि वो विरोध का क्या तरीका अपनाएंगे इसका खुलासा अभी नही करेंगे.
इस सम्मान समारोह को लेकर हार्दिक ने कड़ा ऐतराज जताते हुए अपने ही समाज के कुछ लोगों पर आरोप लगाया कि पटेल समाज के कुछ व्यवसायी बीजेपी से मिले हुए हैं. इसलिए बीजेपी के इशारों पर इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं.
पटेल व्यवसायी महेश सवानी और मुकेश पटेल इस सम्मान समारोह का आयोजन कर रहे हैं. इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और गुजरात के नए सीएम विजय रुपानी समेत कुल 44 पटेल विधायकों का इस कार्यक्रम में सम्मान किया जाएगा. हार्दिक ने समाज के लोगों को आगाह किया कि गुजरात में पटेलों पर हुए अत्याचार के मामले पर कोई भी पटेल विधायक सामने नहीं आया था.
केशुभाई पटेल को नहीं बुलाने से नाराजगी
हार्दिक ने पाटीदारों के नाम पर आयोजित किए जा रहे इस सम्मान समारोह में पटेलों के ताकतवर नेता रहे केशुभाई पटेल को नहीं बुलाने पर भी आपति जताई. उन्होंने सवाल उठाया कि जब इस सम्मान समारोह को पाटीदारों के लिए रखा गया है तो इसमें अमित शाह और विजय रुपानी जैसे गैरपाटीदारों का सम्मान क्यों हो रहा है. हार्दिक ने कहा कि बीजेपी की और से मुझे बदनाम किया जा रहा है. साथ ही इस आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
पाटीदार शब्द का इस्तेमाल करने पर ऐतराज
हार्दिक ने आपत्ति जताई कि जब इस कार्यक्रम में दूसरे समाज के विधायक और नेता आ रहे हैं. तो इसमें क्यों पाटीदार शब्द का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है. यही नहीं पटेल ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बीजेपी पाटीदार आंदोलन के बाद से पाटीदारों के बीच नहीं जा सकती थी. इसलिए वो इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवा कर पटेलों के बीच में आने का प्रयास कर रही है.
हार्दिक ने इस सम्मान समारोह का पटेलों की ओर से किए जाने वाले विरोध को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. हार्दिक ने साफ किया कि पाटीदारों की ओर से विरोध लगातार जारी रहेगा और इस बार विरोध की क्या रणनीति है? उसे बताने की जरtरत नहीं है.
पाटीदार आंदोलन का साथ छोड़ रहे हैं साथी
गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों में हार्दिक पटेल के पाटीदार आंदोलन के तीन साथी साथ छोड़ चुके हैं. पटेल ने खुद के कमजोर पड़ने पर भी सफाई देते हुए कहा कि ये सब बीजेपी का झूठा प्रचार है. अगर में कमजोर पड़ गया हूं तो घर में नजरबंद कर क्यों रखा है. एकबार छोड़ दे फिर देख ले कि कौन कमजोर और कौन मजबूत है. हार्दिक पटेल ने राजस्थान सरकार के खिलाफ उदयपुर के घर में नजरबंद रखने को लेकर जोधपुर हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी. इस पर सुनवाई पुरी हो गई है और फैसला आने वाला है.