
गुजरात में सुरेन्द्रनगर जिले के नगवाड़ा गांव की 19 साल की छात्रा उर्वशी मेहसाणा- विसनगर हाईवे पर बासना के पास आई मर्चेंट कॉलेज के होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के हॉस्टर में रहकर पढ़ाई कर रही थी. गुरुवार को उसने अपने हॉस्टल के रूम में प्रोफेसरों के उत्पीडन से तंग आकर आत्महत्या कर ली. छात्रा के पिता ने 4 प्रोफेसर और प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
मूल रूप से सुरेन्द्रनगर जिले के नागवाड़ा गांव की रहने वाली उर्वशी होम्योपैथी कॉलेज में बीएचएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा थी.वह कॉलेज के छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी. जानकारी के अनुसार पढ़ाई के दौरान प्रोफेसर द्वारा परेशान किये जाने के कारण उसने अपने कमरे के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली जिससे हड़कंप मच गया. बेटी की मौत की खबर सुनकर सरेन्द्रनगर में रहने वाला परिवार मेहसाणा सिविल अस्पताल पहुंचा, जहां बेटी को मृत देखकर पूरा परिवार गमगीन हो गया.
घटना के बाद छात्रा के पिता ने पुलिस स्टेशन में चार प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. पिता ने अपनी शिकायत में कहा कि उर्वशी ने उन्हें बताया था कि सुरेशराव नाम के प्रोफेसर उसे परीक्षा में फेल करने की घमकी देकर उंची आवाज से धमकाते थे. प्रोफेसर प्रशांत उसे तीन-तीन बार एक ही चीज लिखने को कहते थे और 2-3 घंटे खड़ा रखते थे. प्रोफेसर बोस उसके बारे में अश्लील टीप्पणियां करते थे. इस बारे में जब उसने प्रिंसिपल पाटिल को शिकायत की तो उन्होंने कहा कि पढ़ना है तो यह सब सहन करना सीखो.
लड़की के पिता ने बताया कि प्रिंसिपल के प्रोफेसर्स का पक्ष लेने की वजह से छात्रा को न्याय नहीं मिला और उसने आत्महत्या कर ली.महेसाणा डिप्टी एसपी मिलाप पटेल ने बताया कि उर्वशी के पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कोलेज के चार प्रोफेसरों और प्रिंसिपल ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था. इसी आधार पर पुलिस ने तीन प्रोफेसर और प्रिंसिपल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु कर दी है.