
गुजरात में होली की रात अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में बदमाशों द्वारा सड़क पर खुलेआम हथियार लहराने की घटना के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठे थे. इस पर सख्त कदम उठाते हुए गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने सभी जिलों और शहरों के पुलिस अधिकारियों को 100 घंटे के भीतर अपराधियों की लिस्ट तैयार करने और उन पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
डीजीपी के निर्देशानुसार, गुजरात पुलिस ने 7500 से अधिक अपराधियों की पहचान की है. इनमें जुआरी, बूटलेगर, ड्रग्स तस्कर, खनन माफिया और प्रॉपर्टी से जुड़े अपराधियों सहित विभिन्न प्रकार के अपराधों में लिप्त लोग शामिल हैं. पुलिस इन अपराधियों के खिलाफ तड़ीपार (निर्वासन) और पासा (सख्त कानूनी कार्रवाई) जैसी कठोर रणनीति अपना रही है. साथ ही, अपराधियों द्वारा अवैध रूप से बनाई गई संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है, जिससे कानून का सख्त संदेश दिया जा सके और आम जनता को भयमुक्त किया जा सके.
अहमदाबाद समेत कई जिलों में कार्रवाई शुरू
गुजरात पुलिस की स्टेट मॉनिटरिंग सेल ने अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, भरूच, कच्छ, सूरत और जूनागढ़ के कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार की है. अहमदाबाद के छारानगर इलाके में फरार अपराधी सावन छारा, जिस पर 10 से अधिक केस दर्ज हैं और 3 मामलों में वह फरार है, उसके अवैध मकान पर अहमदाबाद नगर निगम ने बुलडोजर चलाया.
इसी तरह, अहमदाबाद में गिरीश उर्फ टॉमी, बाबू राठौड़, लक्ष्मणसिंह राठौड़, राजू गेंडी और गोविंद उर्फ गामो जैसे अपराधियों के अवैध मकानों को भी ध्वस्त कर दिया गया है.
कानून-व्यवस्था मजबूत करने की पहल
गुजरात पुलिस की इस कार्रवाई का उद्देश्य राज्य को अपराधमुक्त बनाना और लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा करना है. पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही बुलडोजर कार्रवाई से अपराधियों में डर का माहौल है, वहीं आम जनता इसे एक सकारात्मक कदम के रूप में देख रही है.
अपराधियों पर इस सख्त कार्रवाई से साफ है कि गुजरात में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार और पुलिस कोई समझौता नहीं करने वाली.