
उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई हिंसा पर गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने कहा है कि ये घटना यूपी पुलिस की नाकामी को दर्शाती है. कानून व्यवस्था कायम करना राज्य सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी लेकिन योगी सरकार इसमें पूरी तरह विफल रही है. जिग्नेश ने कहा कि तिरंगा लेकर निकले ABVP और बीजेपी के लोगों ने मुस्लिम लोगों पर हमला किया, ये निंदनीय है.
तिरंगे के नाम पर न बनाएं निशाना
जिग्नेश ने कहा कि तिरंगे पर किसी का एकाधिकार नहीं है, हिन्दू हों या मुस्लिम सभी को तिंरगा फहराने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि तिरंगा तो हम लोगों ने भी वडगांव में फहराया था लेकिन हमारी मंशा कतई गलत नहीं थी, तिरंगा के नाम पर किसी समुदाय या जाति विशेष को निशाना बनाना ठीक नहीं है.
मृतक चंदन के परिवार की ओर से शहीद के दर्जे की मांग पर मेवाणी ने कहा कि उन्हें मांग करने का हक लेकिन मुझे पूरी तरह से घटना की जानकारी नहीं है, इसलिए इस पर कुछ कहना उचित नहीं होगा. जम्मू कश्मीर के डिप्टी मुफ़्ती ने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जिग्नेश ने इसी देश में कानून का राज लागू हो जाए, संविधान लागू हो जाए यही काफी होगा.
जेल में डाल सकती है बीजेपी
जिग्नेश ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहा है उसे निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा हार्दिक हो या जिग्नेश सभी को निशाना बनाने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा की पुणे में दिए गए भाषण के बाद मेरे खिलाफ केस दर्ज किया गया जबकि मैंने उस भाषण में कुछ भी गलत नहीं कहा था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी कहीं न कहीं 2019 आम चुनाव को लेकर हार्दिक और मुझसे ख़तरा महसूस कर रहे ही, यही वजह है कि हमारे खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं, साथ ही डर है कि वो मुझे और हार्दिक को जेल में भी बंद करवा सकते हैं.