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गुजरात: मेहसाणा में मिलावटखोरों पर शिकंजा, 3500 किलो पनीर और नकली तेल जब्त

गुजरात के मेहसाणा में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए 3500 से ज्यादा किलो मिलावटी पनीर और नकली तेल जब्त किया गया. फूड एंड ड्रग्स विभाग मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई करते हुए अलग अलग जिलों में छापेमारी करके मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त कर रही है.

मेहसाणा में फूड एंड ड्रग्स विभाग का एक्शन (फाइल) मेहसाणा में फूड एंड ड्रग्स विभाग का एक्शन (फाइल)
ब्रिजेश दोशी
  • मेहसाणा,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

गुजरात में पिछले कुछ महीनों से फूड एंड ड्रग्स विभाग की ओर से अलग-अलग जिलों में छापेमारी करके मिलावटी खाद्य पदार्थ जब्त किए जा रहे हैं. मिलावटखोरों पर कारवाई की जा रही है. ऐसी ही एक कार्रवाई मेहसाणा में की गई. मेहसाणा के कडी तहसील में दो जगह पर छापेमारी की गई, जहां से 2300 किलोग्राम मिलावटी पनीर और 1600 किलोग्राम कपास का तेल जब्त किया गया. इनकी बाजार मूल्य करीबन 8 लाख रुपये आंकी गई है.

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कडी के केशवी फूड प्रोडक्टस पर जांच के दौरान विभाग ने पाया कि खाद्य लाइसेंस प्राप्त किए बिना ही खाद्य वनस्पति वसा का उपयोग करके पनीर का उत्पादन किया जा रहा था. फर्म में मिलावट की प्रबल आशंका के आधार पर पनीर का नमूना लिया गया और शेष 2300 किलोग्राम पनीर जिसकी अनुमानित कीमत 5.50 लाख रुपये है, उसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में जब्त कर लिया गया. 

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विभाग की जांच में यह सामने आया कि यह मिलावटी पनीर वीरमगाम के जमजम रेस्तरां, होटल सहयोग, मुसाफिर रेस्टोरेंट, कलोल के आई खोडल ढाबा, होटल अमीरस, होटल सत्कार में 240 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जा रहा था.

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कडी तहसील में एक और कंपनी 'धरती इंडस्ट्रीज' में तेल में मिलावट की रिपोर्ट के आधार पर जांच की गई. मौके से बिनौला (कपास) तेल में मिलावट की प्रबल आशंका के आधार पर 1600 किलोग्राम बिनौला तेल का नमूना लिया गया, जिसकी अनुमानित कीमत 2.30 लाख रुपये है. उसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित में जब्त कर लिया गया.

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चूंकि ये खाद्य पदार्थ प्राथमिक रूप से अनहेल्दी पाई गई हैं, और इसे जांच के लिए लैब में भेजा गया है, और जांच रिपोर्ट का इंतजार है. इसके बाद उनपर एक्शन लिया जा सकता है. फूड एंड ड्रग्स विभाग द्वारा की गई छापेमारी से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त मिलावट और नकली उत्पादों का पर्दाफाश हुआ है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहे हैं.

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