
Redevelopment Of Ahmedabad Railway Station: भारतीय रेलवे दिन प्रतिदिन अपनी आधुनिकता में विस्तार कर रहा है. विश्वस्तरीय लाउंज बनाए जा रहे हैं, स्टेशन्स का कायाकल्प किया जा रहा है. मॉडर्न टेक्नॉलाजी के साथ यात्रियों की सुविधाओं को बढ़या जा रहा है. इसी कड़ी में अहमदाबाद रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की कवायद शुरू हो गई है. नई दिल्ली और मुंबई सीएसटी के साथ-साथ अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट भी किए जाने का प्लान है.
मोढेरा सन टेंपल की दिखेगी झलक
कैबिनेट की बैठक में तीनों स्टेशनों के री-डेवलपमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी और अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है. इसमें सबसे ज्यादा भव्य अहमदाबाद रेलवे स्टेशन नजर आएगा. री-डेवलपमेंट के साथ इसमें मोढेरा सन टेंपल की झलक दिखेगी. यह स्टेशन री-डेवलेपमेंट के बाद कितना भव्य नजर आएगा, इसका डिजाइन भी रेल मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. वीडियो में देखें कैसा बदल जाएगा लुक...
अहमदाबाद रेलवे स्टेशन सबसे ज्यादा आवाजाही और प्रॉफिट कमाने वाले स्टेशनों में शुमार किया जाता है. यह स्टेशन कई प्रमुख शहरों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाता है. इस स्टेशन के आसपास भी डेवलेपमेंट पर सरकार का पूरा जोर है.
इतने स्टेशनों पर चल रहा है री-डेवलपमेंट का काम
देश में फिलहाल 199 स्टेशनों के पुनर्विकास का काम चल रहा है. इनमें से 47 स्टेशनों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं. बाकी स्टेशनों के लिए मास्टर प्लानिंग और डिजाइन का काम चल रहा है. 32 स्टेशनों पर हो रहे री-डेवलपमेंट के काम में तेजी लाई गई है.
ये सुविधाएं मिलेंगी
>यात्री सुविधाओं के साथ खुदरा, कैफेटेरिया, मनोरंजन सुविधाओं के लिए एक विशाल रूफ प्लाजा होगा
>रेलवे ट्रैक के दोनों ओर स्टेशन भवन के साथ शहर के दोनों किनारों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा.
>फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह, स्थानीय उत्पादों के लिए जगह आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी.
>शहर के भीतर स्थित स्टेशनों में सिटी सेंटर जैसी जगह होगी.
>स्टेशनों को आरामदेह बनाने के लिए, पर्याप्त रोशनी, वे फाइंडिंग/संकेत, ध्वनिकी, लिफ्ट/एस्कलेटर/ट्रेवलेटर्स होंगे.
>पर्याप्त पार्किंग सुविधाओं के साथ यातायात के सहज संचालन के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है.
>परिवहन के अन्य साधनों जैसे मेट्रो, बस आदि के साथ एकीकरण होगा.
>सौर ऊर्जा, जल संरक्षण/रिसाइकिलिंग और बेहतर ट्री कवर के साथ ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा.
>दिव्यांगजनों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
>इन स्टेशनों को इंटेलिजेंट बिल्डिंग की अवधारणा पर विकसित किया जाएगा.
>आगमन/प्रस्थान का पृथक्करण, अव्यवस्था मुक्त प्लेटफॉर्म, बेहतर सतह, पूरी तरह से ढके हुए प्लेटफॉर्मों का निर्माण किया जाएगा.
>सीसीटीवी और एक्सेस कंट्रोल लगाने से रेलवे स्टेशन सुरक्षित रहेंगे.