
भारत का लक्ष्य अगले 25 साल में ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना है. इसमें सबसे अहम भूमिका इलेक्ट्रिक वाहन निभाएंगे. ये 'मौन क्रांति' का नेतृत्व कर रहे हैं और देश के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेंगे. यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जापान की कंपनी सुजुकी (Suzuki Motor Corporation) के भारत में 40 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की.
पीएम मोदी ने कहा कि अमृत काल के अगले 25 साल में भारत ऊर्जा की अपनी जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर बनेगा. उन्होंने कहा कि ऊर्जा खपत का एक बड़ा हिस्सा परिवहन क्षेत्र में खर्च होता है. इसलिए इस क्षेत्र में नवाचार प्राथमिकता होनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि हम इस लक्ष्य को पूरा कर लेंगे.'
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मारूती-सुजुकी की सफलता भारत-जापान की मजबूत पार्टनरशिप का भी प्रतीक है. बीते 8 साल में दोनों देशों के बीच ये रिश्ते नई ऊंचाइयों तक गए हैं. जापान के सहयोग से आज भारत में बुलेट ट्रेन से लेकर बनारस में रुद्राक्ष सेंटर तक का विकास हुआ है.
प्रधानमंत्री ने इस दौरान गुजरात में नए ईलेक्ट्रिक व्हिकल बैटरी प्लांट और हरियाणा के सोनीपत में सुजुकी मोटर प्लांट का उद्घाटन किया. उन्होंने EV को बढ़ावा देने के महत्व पर भी जोर दिया.
सुनाया 13 साल पुराना अनोखा किस्सा
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 साल पहले के उस दौर का जिक्र किया, जब सुजुकी गुजरात में अपना नया प्लांट लगाने पहुंची थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, 'मुझे याद है 13 साल पहले जब सुजुकी कंपनी अपने प्लांट के निर्माण के लिए गुजरात आई थी, तब मैंने कहा था कि जैसे-जैसे हमारे मारुति सुजुकी के मित्र गुजरात का पानी पिएंगे, उन्हें अच्छे से पता चल जाएगा कि विकास का परफेक्ट मॉडल कहां है.'
उन्होंने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि गुजरात ने सुजुकी को किया अपना वायदा बखूबी निभाया और सुजुकी ने गुजरात की बात का भी सम्मान रखा. गुजरात आज देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे बड़ा ऑटोमोटिव मैन्यूफैक्चर हब बन कर उभरा है.
गुजरात में बनाया मिनी जापान
पीएम मोदी ने कहा कि अपने मुख्यमंत्री काल के दिनों में, मैं अक्सर एक बात कहता था कि मुझे गुजरात में एक Mini-Japan बनाना है. इसका भाव यही था कि जापान के हमारे अतिथियों को गुजरात में भी जापान की अनुभूति हो, उनको फीलिंग आए. हमने इसके लिए कई छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दिया. जैसे हम सबको पता है जापान के लोगों को गोल्फ खेलना बहुत पसंद है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारा गुजरात ऐसा, जिसका गोल्फ की दुनिया से कोई लेना-देना ही नहीं था. लेकिन हमने गोल्फ कोर्स बनाए. अब हमारे यहां जापान के जो लोग काम करते हैं उनको वीकेंड बिताने के लिए अवसर मिल जाता है. कई रेस्टोरेंट्स भी ऐसे हैं, जिनकी विशेषता जापानीज कुजीन है, जापानी फूड है, हमने उसकी भी चिंता की. जापान से आए साथियों को दिक्कत ना हो, इसके लिए बहुत से गुजरातियों ने जापानी भाषा भी सीखी है और इन दिनों भी जापानी भाषा के क्लासेज चल रहे हैं.
शिंजो आबे को याद किया
पीएम मोदी ने इस मौके पर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी याद किया. उन्होंने कहा कि जब भी भारत-जापान की दोस्ती की बात होती है, तब हर एक भारतवासी को हमारे मित्र पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की याद जरूर आती है. आबे जब गुजरात आए थे, उन्होंने जो समय यहां बिताया था, उसे गुजरात के लोग बहुत आत्मीयता से याद करते हैं. हमारे देशों को और करीब लाने के लिए जो प्रयास उन्होंने किए थे, आज पीएम किशिदा उसे ही आगे बढ़ा रहे हैं.