
गुजरात पुलिस की स्टेट मॉनिटरिंग सेल (एसएमसी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1.26 करोड़ रुपये के ड्रग्स के साथ दो नाइजीरियन नागरिकों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों आरोपी मुंबई से गुजरात के वलसाड के वापी में ड्रग्स की डिलीवरी करने आए थे. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में जुटी है.
गुजरात की समुद्री सीमा से पहले भी कई बार बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़ी गई है, लेकिन अब राज्य पुलिस सीधे राज्य के भीतर ड्रग्स सप्लाई पर नजर बनाए हुए है. एसएमसी को पुलिस स्टेशन का स्थायी दर्जा मिलने के बाद से यह दूसरा बड़ा मामला है, जिसमें विदेशी ड्रग्स तस्करों के साथ करोड़ों रुपये के ड्रग्स की जब्ती हुई है. पिछले महीने भी एसएमसी ने एक नाइजीरियन महिला को 1.5 करोड़ रुपये की ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था.
एसएमसी को सूचना मिली थी कि दक्षिण गुजरात में भारी मात्रा में ड्रग्स की डिलीवरी होने वाली है. इस आधार पर पुलिस ने छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान वलसाड के वापी में दो नाइजीरियन नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार, ये दोनों आरोपी एक टैक्सी पासिंग कार में थे. उनकी पहचान केलीचीकु फ्रांसिस और अकीमवानमी डेविड के रूप में हुई है, जो महाराष्ट्र में रह रहे थे.
मुंबई से ऑपरेट हो रहा था नेटवर्क
पुलिस जांच में पता चला कि दोनों आरोपी नाइजीरिया के रहने वाले हैं. ये दोनों मुंबई में रहने वाले एक व्यक्ति, जिसे वे 'चाचु' कहकर बुलाते थे, उसके निर्देश पर गुजरात में ड्रग्स की डिलीवरी करने आए थे. हालांकि, उन्हें यह पता नहीं था कि ड्रग्स की डिलीवरी किसे करनी थी. इसी वजह से एसएमसी ने चाचु और अज्ञात व्यक्ति को वॉन्टेड घोषित करते हुए एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी
गिरफ्तार आरोपी केलीचीकु फ्रांसिस पहले भी 2022 में एनडीपीएस एक्ट के तहत पकड़ा जा चुका था. वह जनवरी 2025 में जेल से रिहा हुआ था. इसके बाद दोबारा इस गैरकानूनी धंधे में शामिल हो गया. पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ड्रग्स की सप्लाई कहां-कहां की जाती थी.