
बारिश के कारण गुजरात के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिलो में नवसारी, वलसाड, डांग, जुनागढ, गीर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर हैं. वहीं मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.
पिछले लगातार कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से 29 लोगों की मौत हो गई. इसमें 10 लोगों की मौत बाढ़ के कारण हुई, जबकि 19 लोगों की इलेक्ट्रिक शॉक और बिजली गिरने से हुई.बारिश की वजह से राज्य के 5 स्टेट हाइवे ओर 144 गांव के रास्ते पूरी तरह बंद हैं. वही कई ऐसे गांव भी हैं जिनका संपर्क टूट चुका है. प्रशासन ने जुनागढ, राजकोट, नवसारी, व्यारा, सूरत, महिसागर, पालनपुर, अहमदाबाद वडोदरा में एनडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की है.
प्रशासन के आंकडों के मुताबिक अब तक एनडीआरएफ ने 252 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला है. जबकि सरकार ने बारिश के मद्देनजर सीएम की अध्यक्षता में इमरजेंसी बेठक बुलाई.
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के मुताबिक जरूरत पड़ने पर एयरफोर्स को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री ने खुद गीर सोमनाथ और उना के जिला कलेक्टर से बाढ़ के हालात का ब्योरा लिया.
बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए फिलहाल तैनात 15 एनडीआरएफ की टीम के साथ 5 और टीम को भी जोड़ा जाएगा. बाढ़ में मदद के लिये कंट्रोल रुम को भी खोला गया है.