
गुजरात के सूरत में बड़ी घटना हुई है. यहां पर एक ही परिवार के 7 सदस्यों की मौत हो गई है. कहा जा रहा है कि सभी ने सुसाइड किया है. मृतकों में तीन बच्चे शामिल हैं. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है. बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी के कारण परिवार के सदस्यों ने आत्महत्या की है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मामले पर जानकारी देते हुए जोन 5 डीसीपी राकेश बारोट ने कहा कि घटना अडाजन इलाके के सिद्धेश्वर अपार्टमेंट की है. अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर कनुभाई सोलंकी अपने परिवार के साथ रहते थे. कनुभाई का बेटा मनीष उर्फ शान्तु सोलंकी पंखे से फांसी का फंदा लगाकर लटका था, जबकि कनुभाई उनकी पत्नी शोभनाबेन, मनीष की पत्नी रीटा, मनीष की 10 और 13 साल की दोनों बेटियां दिशा और काव्य साथ ही छोटा बेटा कुशल का शव बिस्तर पर पड़ा मिला.
उधार वापस नहीं मिलने का नोट में जिक्र: DCP
डीसीपी ने आगे बताया '' पुलिस के मुताबिक मनीष सोलंकी इंटीरियर डिजाइन और फर्नीचर का कारोबार करता था. घर से सुसाइड नोट और एक खाली बोतल भी मिली है. जिसमें संभवत जहर था. क्योंकि बाकी सदस्यों के मौत जहर के कारण हुई है. मनीष के घर से जो सुसाइड नोट मिला है उसमें उधार दिया पैसा वापस नहीं मिलने के कारण आर्थिक तंगी के चलते परिवार से आत्महत्या की है.''
घटना को लेकर सूरत के मेयर निरंजन जांजमेरा ने कहा, "ऐसा प्रतीत होता है कि मनीष सोलंकी ने खुद को फांसी लगाने से पहले अपने परिवार के सदस्यों को जहर का सेवन कराया. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है."
भोपाल में पूरा परिवार हो गया था खत्म
इसी साल जुलाई महीने में एमपी का राजधानी भोपाल में युवक ने पत्नी और बच्चों समेत सुसाइड कर लिया था. युवक ने पहले अपने छोट-छोटे बच्चों को जहर देकर मार डाला था. इसके बाद पत्नी सहित फांसी लगा ली थी. इस घटना के पीछे ऐप के जरिए लोन लेने के कारण हुआ था. घर के मुखिया ने परेशानी से निकलने की काफी कोशिश की थी, लेकिन जब बाहर निकलने का कोई रास्ता नजर नहीं आया तो जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया था. मरने से पहले इस परिवार ने 4 पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा था. यह घटना भोपाल के रातीबड़ में 12 जुलाई की रात हुई थी. यहां भूपेंद्र विश्वकर्मा परिवार की सामूहिक आत्महत्या की थी.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)