
देश की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को करेंगे. सरदार वल्लभ भाई पटेल की इस प्रतिमा का ज्यादा फायदा बीजेपी गुजरात में लेना चाहती है. 31 अक्टूबर से पहले गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा वाले डिजिटल रथ सभी शहरों में दौड़ाए जा रहे हैं. जो सरदार के साथ कांग्रेस द्वारा हुए अन्याय और सरदार के एक भारत, श्रेष्ठ भारत को साकर करते सपने को दिखाएंगे.
गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में शुक्रवार को गुजरात की बीजेपी सरकार ने एकता रथ निकाले. जिस पर सरदार पटेल के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को दर्शाती प्रतिमा लगाई गई है. दरअसल, 2019 के चुनाव को लेकर बीजेपी सरदार पटेल के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को मुद्दे के तौर पर पेश करना चाहती है. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के जरिए बीजेपी अपने वक्त में किए गए कामों को दिखाने की कोशिश कर रही है. जिस काम की शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, उस काम को 5 साल में पूरा कर दिया गया है. वहीं बीजेपी सरदार पटेल के साथ कांग्रेस द्वारा किए गए अन्याय को मुद्दा बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ती.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को सरदार जयंती के मौके पर पटेल के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देश को समर्पित करेंगे. इस विशाल प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर है. इसकी वजह ये है कि गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं और उन सबकी नुमाइंदगी इस मूर्ति में दिखाने की कोशिश हुई है. इससे ज्यादा इस प्रतिमा का 2019 को लेकर भी राजनीतिक कयास हैं.