
सूरत पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. इस मामले में एक शख्स को अरेस्ट किया है. आरोप है कि वो 10 रुपये में जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पैन कार्ड बनाता था. अब तक उसने 80 हजार जन्म प्रमाण पत्र, 4000 आधार कार्ड, 1500 पैन कार्ड, 800 मतदाता पहचान पत्र और 2000 मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर लोगों को दिए हैं.
सूरत पुलिस की ईको सेल के एसीपी वीरजीत सिंह परमार को सूचना मिली थी कि बिहार के जमुई झाझा के रहने वाला सिंटू सुरेश यादव एक वेबसाइट के जरिए प्रमाण पत्र बनाता है. इसके लिए दस रुपये लेता है. इसके साथ ही सूरत पुलिस को सूरत निवासी चौहान सुरेश केशाजी के नाम का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मिला.
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'प्रमाण पत्र के लिए दस से बीस रुपये लेता था'
पुलिस ने इस मामले की जानकारी सूरत महानगर पालिका के हेल्थ विभाग के अधिकारियों को दी. जांच के दौरान पता चला कि जन्म प्रमाण पत्र फर्जी है. इसके बाद अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि सिंटू अलग-अलग वेबसाइट के जरिए देश के अलग-अलग हिस्सों के लोगों के प्रमाण पत्र बनाता था. इसके लिए दस से बीस रुपये लेता था.
'आरोपी के 8 बैंक अकाउंट के बारे में जानकारी मिली'
उन्होंने बताया कि आरोपी के 8 बैंक अकाउंट के बारे में जानकारी मिली है. पुलिस ने इनमें जमा 2.31 लाख रुपये सीज करवाए हैं. शिंटू ने 12वीं तक पढ़ाई की है. उसके पास से एक लैपटॉप, दो मोबाइल, 13 क्रेडिट कार्ड, एक बायोमेट्रिक मशीन, एक प्रिंटर, 5 गूगल-पे के स्कैनर और दो पासबुक भी बरामद हुई हैं.