
गुजरात में सूरत के सचिन जीआईडीसी औद्योगिक इलाके में एदर केमिकल कंपनी में मंगलवार देर रात ब्लास्ट के साथ आग लग गई. इसमें करीब 27 कर्मचारी घायल हो गए थे. इनमें से आठ की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है. बुधवार सुबह सूरत पुलिस ने किसी भी कर्मचारी के गायब होने की पुष्टि नहीं की थी और ना ही किसी की मौत की पुष्टि की थी.
इसके बाद शाम होते-होते पुलिस ने 7 कर्मचारियों के गायब होने की शिकायत थाने में दर्ज की. इसके 24 घंटे बाद यानि गुरुवार सुबह पुलिस ने 7 कर्मचारियों की मौत की पुष्टि की है.
गुरुवार सुबह डीसीपी राजेश परमार केमिकल फैक्ट्री पर पहुंचे. उन्होंने आजतक से बातचीत में बताया कि केमिकल फैक्ट्री में लगी आग में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था, जिसमें से 6 मजदूरों के शव पहले बरामद हुए, इसके बाद सातवां भी मिला है. इन सभी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है.
डीसीपी राजेश परमार ने कहा कि हम अभी और सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं. आइडेंटिफिकेशन की कार्रवाई सगे संबंधियों को बुलाकर की जा रही है. अभी तक 7 शव मिले हैं और अभी भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
मानव कंकाल बरामद कर शिनाख्त के लिए कराया जा रहा पोस्टमार्टम
डीसीपी ने बताया कि कल हुई घटना में 27 लोग घायल हो गए थे. घायलों की हालत ठीक है. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है. एफएसएल और फोरेंसिक जांच की जा रही है. जिन मजदूरों की मौत हुई, उनके मानव कंकाल बरामद कर लिए गए हैं. शिनाख्त के लिए पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है.
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की अधिकारी ने कहा- फैक्ट्री मालिकों की लापरवाही नहीं नजर आ रही
गुजरात पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड सूरत की अधिकारी जिगनाशा ओझा ने बताया कि कंपनी के स्टोरेज टैंक में लीकेज था. जिसके बाद स्पार्किंग हुई और ये घटना घटी है. कंपनी को क्लोजर नोटिस भी दिया जाएगा. फिलहाल कंपनी के मालिकों की कोई लापरवाही नजर नहीं आ रही है. फिर भी अलग अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं.