
सूरत के अडाजण इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां एक गिरोह ने 45 वर्षीय कॉन्ट्रैक्टर को हनीट्रैप (Honeytrapped) में फंसाकर 5 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले में पुलिस ने फर्जी पुलिस अधिकारियों समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, ठगी गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम अमानुल्लाह शेख है, जिसने पहले कॉन्ट्रैक्टर से दोस्ती की और भरोसे में लिया. इसके बाद उसने काम के बहाने कॉन्ट्रैक्टर को पार्ले पॉइंट स्थित वृंदा कॉम्प्लेक्स बुलाया. इस दौरान अमानुल्लाह कॉन्ट्रैक्टर को एक कमरे में ले गया, जहां पहले से एक लड़की मौजूद थी. जैसे ही अमानुल्लाह कमरे से बाहर गया, तभी गिरोह के अन्य सदस्य नकली पुलिस बनकर कमरे में दाखिल हुए.
नकली पुलिस वालों ने कॉन्ट्रैक्टर को थप्पड़ मारा और कहा कि क्या कर रहे हो. इसके बाद हथकड़ी लगाई और न्यूड फोटो ले ली. फिर रेप केस में फंसाने की धमकी दी. फर्जी पुलिस ने केस दर्ज न करने के लिए 20 लाख की मांग की और आखिरकार 5 लाख में सौदा तय हुआ. कॉन्ट्रैक्टर ने अपने दोस्त को 5 लाख रुपये लेकर शॉपिंग सेंटर बुलाया, जहां फर्जी पुलिस ने 5 लाख रुपये एक रिक्शा चालक को दिलवाए और वहां से निकल गए.
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कॉन्ट्रैक्टर ने घटना के बाद उमरा पुलिस थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई. शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फर्जी पीएसआई अमित ठक्कर, फर्जी कॉन्स्टेबल विजय माली, अल्पेश पटेल, अमानुल्लाह शेख और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह पहले लोगों से दोस्ती करता था, फिर उन्हें काम के बहाने बुलाकर हनीट्रैप में फंसा लेता था. इसके बाद फर्जी पुलिस बनकर उन्हें धमकाता और पैसे वसूलता था. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह ने पहले कितने लोगों को ठगा है. इस तरह के गैंग ठगी करने के लिए डर और असुरक्षा का माहौल पैदा करते हैं.