
गुजरात के सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद पैदा हुए तनाव को देखते हुए ईद-ए-मिलाद और गणेश विसर्जन के लिए सूरत में भारी फोर्स तैनात की गई है. सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन कैमरों से लेकर रैपिड एक्शन फोर्स की टीमें तैनात की गई हैं.
दरअसल, रविवार को सूरत शहर के भागल इलाके में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों का फ्लैग मार्च निकाला गया. जहां ईद और गणेश विसर्जन से पहले पुलिस और फोर्स ने आस-पास के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. सूरत में ईद के मौके पर अलग-अलग इलाकों में करीब 144 जुलूस निकाले जाएंगे.
वहीं, मंगलवार को पूरे शहर में करीब 80 हजार गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाना है. इसके लिए करीब 15 हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. साथ ही एसआरपी की 11 कंपनियां बुलाई गई हैं. इसके अलावा आठ अलग-अलग जगहों पर रैपिड एक्शन फोर्स की टीम की एक यूनिट तैनात की जाएगी. साथ ही 400 जगहों पर डीप प्वाइंट बगाए गए हैं.
एसपी-डीएसपी रैंक के अधिकारी किए गए तैनात
करीब 550 एसपी-डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात किए गए हैं. 125 वीडियो कैमरों के साथ 900 जवान बॉडी वॉर्न कैमरों के जरिए रिकॉर्डिंग करते रहेंगे. पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि इस दौरान हम असामाजिक तत्वों की पहचान कर कार्रवाई भी कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी. हिंसा के बाद दोनों समुदायों के साथ बैठक भी की गई है.
हाई अलर्ट पर सूरत पुलिस
गौरतलब है कि पिछले रविवार को सूरत के सैयदपुरा इलाके में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस चौकी का घेराव करने वाले हिंदू समुदाय के लोगों पर पथराव किया गया था. इसके बाद हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे. इस मामले में पुलिस ने अलग-अलग मामलों में 33 लोगों को गिरफ्तार भी किया था. ऐसे में मंगलवार को ईद-ए-मिलाद और गणेश विसर्जन पर निकलने वाले जुलूस के चलते सूरत पुलिस पूरी तरह से सतर्क है.