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'मैं जीना चाहती हूं...', अपने हाथ पर सुसाइड नोट लिखकर महिला ने मौत को लगा लिया गले

गुजरात के सूरत में पति से परेशान होकर एक महिला ने खुदकुशी कर ली. मौत को गले लगाने से पहले महिला ने अपने हाथ पर लिखा है कि मैं जीना चाहती हूं लेकिन मुझे मेरा पति बहुत परेशान करता है. अब पुलिस इस मौत की जांच में जुटी हुई है.

महिला ने अपने हाथ पर लिखा सुसाइड नोट महिला ने अपने हाथ पर लिखा सुसाइड नोट
गोपी घांघर
  • सूरत,
  • 26 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 4:14 PM IST

गुजरात के सूरत में एक महिला ने खुदकुशी कर ली जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई. महिला ने खुदकुशी से पहले अपने हाथों पर ही सुसाइड नोट लिख लिया था जिसे देखकर लोग हैरान रह गए थे. महिला ने अपने हाथों पर खुदकुशी की जो वजहें लिखी थीं वो हैरान करने वाली हैं.

दरअसल सूरत के लिंबायत इलाके में महिला ने अपने ही घर में खुद को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. महिला अपने पति से काफी परेशान थी. मरने से पहले महिला ने अपने हाथ पर हिन्दी में लिखा था, 'मैं जीना चाहती हूं, लेकिन मेरा पति मुझे बेहद परेशान कर रहा है.' महिला ने रूम की छत में लगे हुक से खुद को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. 

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बताया जा रहा है कि खुदकुशी करने वाली महिला का पति रिक्शा चलाने का काम करता है.  झारखंड की रहने वाली ये महिला सूरत के लिंबायत इलाके में अपने पति प्रवीण गोस्वामी के साथ रहती थी. मृतक महिला के दो बच्चे हैं और 8 साल पहले उसकी शादी प्रवीण नाम के युवक से हुई थी.

पड़ोस के लोगों ने जब महिला को फंदे से लटका हुआ देखा तो 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस मंगवाई लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने महिला की आत्महत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

इस घटना से थोड़े दिनों पहले भी एक ऐसा ही मामला दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में सामने आया था. एक 25 साल की नवविवाहिता ऋतु ने हाथ पर सुसाइड नोट लिखकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी.

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इस खुदकुशी के लिए उसने ससुराल पक्ष को जिम्मेदार ठहराया था. सुसाइ़ड नोट में उसने आखिरी इच्छा के बारे में लिखा कि मेरे ससुरालवाले मेरा चेहरा तक न देख पाएं.

हाथ पर सुसाइट नोट के अलावा ऋतु ने पांच पन्नों पर भी खुदकुशी के पीछे के कारणों का जिक्र किया था. मृतका ने लिखा था- 'मैं अपने ससुराल वालों के तानों से परेशान हो गई हूं. मेरा अंतिम संस्कार मेरे बचपन के गांव में ही किया जाए. सुहागिन की तरह मेरा अंतिम संस्कार ना करें. सुहाग की चीजों को अंत्येष्टि से दूर रखा जाए.'
 

 

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