
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में गुरुवार को जीएल पब्लिक स्कूल की बस पलटने से छह बच्चों की मौत हो गई और करीब 20 छात्र घायल हो गए थे. इस मामले में गिरफ्तार किए गए स्कूल बस के आरोपी चालक, प्रिंसिपल और शिक्षा समिति के सचिव को पुलिस ने पांच दिन की रिमांड पर लिया है. रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपियों से चालक का लाइसेंस, मोबाइल रिकार्ड सहित बस कागजात बरामद करेगी.
वहीं, पुलिस और आरटीओ अथॉरिटी द्वारा खंगाले गए रिकॉर्ड के मुताबिक पता चला है कि यह स्कूल पिछले 21 साल से चल रहा है. इस स्कूल के चेयरमैन पूर्व नगरपालिका प्रधान और कष्ट निवारण समिति के सदस्य राजेंद्र सिंह लोढा हैं. स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर उनके बेटे सुभाष लोढा हैं. आरटीओ सचिव की ओर से जीएल स्कूल की 12 बसों का ऑनलाइन रिकार्ड खंगाला गया, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.
खत्म हो चुकी है बसों की अवधि
स्कूल के प्रिंसिपल के नाम संचालित बसों में से 7 बसों की अवधि साल 2018 में पूरी हो चुकी है. वहीं, दो बसों की वैधता साल 2011 में खत्म हो चुकी थीं. एक क्रूजर और स्कॉर्पियो की वैधता साल 2009 में ही खत्म हो चुकी है. केवल मात्र एक बस एचआर 66 0458 है, जिसके कागजात आगामी 11 मई 2024 तक बचे हुए हैं. दुर्घटना का शिकार हुई बस का साल 2023 में भी चालान किया गया था. बिना फिटनेस वाली बसें कई साल से मासूस छात्रों की जान से खिलवाड़ कर रही हैं. मगर, प्रशासन ने पहले कभी भी इनके कागजात चेक करने की जहमत नहीं उठाई.
अगले सत्र से बंद हो सकता है स्कूल!
वहीं, इस मामले में जिला उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चैयरमैन प्रियंक कानूनगो के साथ समीक्षा हुई है. आयोग की रिपोर्ट पर अमल किया जाएगा. जिले में जांच कमेटी बनाई थी, उसमें से जिला शिक्षा अधिकारी को बाहर किया गया है. जिला उपायुक्त ने बताया कि उच्च अधिकारी को जांच कमेटी में लिया है. इस वजह से जिला शिक्षा अधिकारी को कमेटी से बाहर किया है.
दुर्घटना के दिन ही जिला शिक्षा अधिकारी को शोकॉज नोटिस जारी किया गया था. अभी तक उसका जवाब नहीं आया है. साथ ही ब्लॉक स्तर के भी शिक्षा अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जाएगी. सरकार द्वारा स्कूल संचालन के लिए एडमिनिस्ट्रेटिव नियुक्त कर दिया गया है. आयोग के चैयरमेन के साथ हुई मीटिंग में स्कूल को अगले सत्र से बंद करने की बात कही गई है. मगर, इसका निर्णय सरकार करेगी.
शराब पीकर बस चला रहा था ड्राइवर
बताते चलें कि गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे कनीना के उन्हाणी गांव के पास स्कूल बस हादसे का शिकार हो गई थी. दरअसल, ड्राइवर शराब पीकर बस चला रहा था. ग्रामीणों ने उससे बस की चाभी भी छीन ली थी. मगर, स्कूल की ओर से कहा गया कि अभी चाभी ड्राइवर को दे दें, उसे जल्द ही हटा दिया जाएगा. इसके बाद ग्रामीणों ने ड्राइवर को चाभी दी और थोड़ी ही दूर जाने पर बस पेड़ से टकराने के बाद पलट गई.
हादसे के दौरान बस में करीब 40 बच्चे सवार थे. पुलिस ने इस मामले में बस के ड्राइवर, स्कूल की प्रिंसिपल दीप्ति और एक अन्य स्कूल अधिकारी होशियार सिंह को गिरफ्तार किया था. ईद की छुट्टी होने के बावजूद स्कूल खोलने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को ''बेहद दर्दनाक'' बताया था. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया था- हरियाणा के महेंद्रगढ़ में बस दुर्घटना बेहद दर्दनाक है. मेरी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपने बच्चों को खो दिया है. इसके साथ ही मैं सभी घायल बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.