
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को 2 समुदायों में टकराव हुआ था. इस दौरान धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया. पत्थर चलाए गए. भीड़ ने पूरी तैयारी के साथ हमला किया. गाड़ियां फूंकीं और दुकानें जलाईं. हिंसा की आग में 6 जिंदगियां खत्म हो गईं. कई लोग घायल हैं. 40 एफआईआर दर्ज की गई हैं. हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मोनू मानेसर को लेकर कहा कि मोनू मानेसर क्रिमिनल है, उसके खिलाफ दो प्रदेशों में केस दर्ज हैं. उसे दोनों प्रदेशों की पुलिस गिरफ्तार करने के लिए तलाश रही है.
धार्मिक यात्रा से पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी किया था. इसके सवाल पर अनिल विज ने कहा कि अगर किसी क्रिमिनल ने वीडियो जारी कर दिया तो इसका ये मतलब नहीं कि हिंसा भड़का दी जाए, गाड़ियां फूंक दी जाएं. अगर कोई क्रिमिनल कुछ कह देगा तो शांति भंग नहीं की जानी चाहिए. साथ ही कहा कि मोनू मानेसर ने जो अपराध किया है, उसकी सजा उसे भुगतनी होगी.
मोनू मानेसर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था कि वह नूंह में बृज मंडल यात्रा में शामिल होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या मोनू मानेसर वीडियो के जरिए लोगों को उकसा सकता है. इस पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि मैंने वह वीडियो देखा है, कहीं भी वह लोगों को दंगे के लिए नहीं उकसा रहा है. वह लोगों को यात्रा में शामिल होने के लिए कह रहा है.
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राजस्थान पुलिस बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है, जिस पर फरवरी में दो मुस्लिम लोगों की हत्या का मामला दर्ज किया गया था और कुछ लोगों ने उस पर नूंह हिंसा भड़काने का आरोप लगाया था. खट्टर ने याद दिलाया कि गोरक्षक मानेसर के खिलाफ आखिरी मामला राजस्थान पुलिस ने दर्ज किया था.
सीएम खट्टर ने नूंह और गुड़गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर सवाल उठाते हुए कहा कि ''राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर की तलाश कर रही थी. वह अभी कहां है, इसका हमारे पास कोई इनपुट नहीं है. राजस्थान पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है. खट्टर ने यह भी कहा कि उनकी सरकार मानेसर को पकड़ने के लिए उन्हें (राजस्थान पुलिस) हर सहायता प्रदान करेगी. ऐसी खबरें थीं कि मोनू मानेसर को विश्व हिंदू परिषद के जुलूस में शामिल होना था, जिस पर सोमवार को मुस्लिम बहुल नूंह में हमला किया गया था.