
हरियाणा में विधासनभा चुनाव से पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कुरुक्षेत्र में एक सम्मेलन को संबोधित किया. शक्ति केंद्र एवं पालक सम्मेलन को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि मैं जब 5 अगस्त को राज्यसभा में धारा 370 को खत्म करने के प्रस्ताव पर वोट का बटन दबा रहा था तो मैं उस वक्त सोच रहा था कि ईश्वर कितना मेहरबान है कि इस ऐतिहासिक क्षण में मेरी उंगली भी काम आई.
जेपी नड्डा ने कहा कि हम सब को यहां तक पहुंचने में वर्षों लग गए. ना जानें कितनी यात्राएं हुई और ना जाने कितने लोगों ने त्याग दिया. 1954 में 15 हजार लोगों ने बलिदान दिया था और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी जान दे दी. 1954 से 2019 कर पहुंचने के बाद 5 अगस्त को 370 को खत्म करने पर ऐतिहासिक फैसला किया गया.
जेपी नड्डा ने कहा कि अमित शाह ने सदन में प्रस्ताव किया कि इस अस्थाई अनुच्छेद को समाप्त किया जाए. धारा 370 के कारण, हमारी सीमाओं की रक्षा करने वाले देशभक्त गुज्जर और बकरवाल समुदाय आरक्षण से वंचित थे. परिसीमन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद विधानसभा की 9 सीटें और लोकसभा की 1-2 सीटें हो आ जाएंगी जो एसटी और एससी के पास जाएंगी.
जेपी नड्डा ने कहा कि देश की राजनीति और संस्कृति बदल रही है, देश के चुनाव के मुद्दे बदल रहे हैं और देश को नई उमंग, नई किरण और नए जोश के साथ काम करने का मौका मिल रहा है. ये सब संभव देश का नेतृत्व कर रहे श्री नरेन्द्र मोदी जी के कारण हुआ है.