
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और हरियाणा के बड़े किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सीएम मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने किसानों की समस्या से सीएम खट्टर को रूबरू करवाया है. उन्होंने कहा है कि हरियाणा में किसानों को डीएपी और यूरिया के साथ सल्फर खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि उन्होंने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर किसानों को सल्फर खरीदने के लिए मजबूर करने वाली उर्वरक कंपनियों पर कार्रवाई करने को कहा है.
चढूनी ने पत्र पर लिखा कि देश में तीन कृषि कानून अभी लागू भी नहीं हुए हैं और खाद कंपनियों ने कालाबाजारी व किसानों के साथ जबरदस्ती भी शुरू कर दी है. इन तीनों कानूनों के खिलाफ देश में किसान आंदोलन अभी जारी है. खाद कंपनियों की काला बाजारी को लेकर हरियाणा प्रदेश में किसानों की दुर्दशा दिनों दिन बढ़ रही है. रबी की फसलों की बिजाई शुरू ही हुई है और तभी से डीएपी खाद की भारी कमी प्रदेश में बनी हुई है.
उन्होंने आगे लिखा अभी डीएपी खाद की कमी खत्म भी नहीं हुई, ऊपर से खाद कंपनियों ने यूरिया खाद के साथ जबरदस्ती किसानों को सल्फर देना शुरू कर दिया है. चढूनी ने निवेदन किया कि प्रदेश में डीएपी व यूरिया खाद की कमी को तुरंत दूर किया जाए और कंपनियों की इस कालाबाजारी व जबरदस्ती के धंधे को रोका जाए. साथ ही ऐसा करने वाली खाद कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. अन्यथा किसानों को मजबूर होकर खुद कंपनियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाना पड़ेगा जिसकी तमाम जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी.