
हरियाणा में विधानसभा के चालू सत्र के दौरान विपक्षी कांग्रेस आक्रामक है. मंगलवार को कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. विधायक कुलदीप वत्स और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा के बाहर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए. वहीं, सदन में भी कांग्रेस विधायकों ने चीन से आयात किए गए टैब को लेकर जमकर हंगामा किया. यह टैब चीन के वुहान शहर से आया है, जो चीन में कोरोना वायरस का केंद्र है.
हरियाणा सरकार ने बजट स्पीच पढ़ने और बजट की पूरी जानकारी देने के लिए विधायकों को टैब दिए थे. चीन के वुहान से लाए गए इन्हीं टैब को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने सवाल खड़े किए. विपक्षी विधायकों ने इस मांग के साथ जमकर हंगामा किया कि सरकार जवाब दे कि क्या टैब को सैनिटाइज करवाया गया है? विधायकों का सवाल था कि कहीं ऐसा तो नहीं कि टैब के जरिए कोरोना वायरस फैलने का खतरा हो. कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि जब उन्हें टैब दिए गए, तो उनके कुछ साथी विधायकों ने बताया कि टैब के ऊपर निर्माण का वक्त दिसंबर 2019 लिखा गया है और मेड इन चाइना के साथ वुहान शहर का नाम लिखा है.
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उन्होंने कहा कि वुहान में कोरोना वायरस के असर को देखते हुए सरकार को ये साफ करना चाहिए कि जब पूरे विश्व में लोग चाइना से कोई भी सामान मंगवाने में कतरा रहे हैं, ऐसे में इन टैब को आखिरकार वहां से क्यों मंगवाया गया? विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए हाथ मिलाने से बचने और हाथ जोड़कर अभिवादन करने की सलाह दी.
उन्होंने साफ किया कि सरकार को इस बात कि जानकारी नहीं है कि ये टैब चीन में बने, ना ही यह कि टैब या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिए कोरोना वायरस फैल सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विधायकों की चिंता पर भी सरकार विचार करेगी. कोरोना वायरस को लेकर गाइडलाइन जारी की जा चुकी है. सरकार पूरी तरह से अलर्ट है.
गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठे कांग्रेसी विधायक
इससे पहले सरकार पर कांग्रेस विधायकों ने सरकारी जमीन पर सैकड़ों साल से रहते आ रहे लोगों को बेदखल करने की कोशिश और विधायकों की भी बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. विधायक कुलदीप वत्स महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए. कुलदीप ने कहा कि वो विधानसभा में ब्राह्मण समाज से जुड़े हुए प्रश्न पूछना चाहते थे, लेकिन उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया. वहीं, विधानसभा में विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 100 साल से अधिक समय से ब्राह्मण और अन्य 10 जातियों के गरीब परिवार गांवों में सरकारी जमीन पर रहते आ रहे हैं. इस जमीन का मालिकाना हक उन्हें ही दिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार कानून में बदलाव कर इन गरीब परिवारों से जमीन छीनने की तैयारी कर रही है.
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उन्होंने कहा कि इसी मुद्दे पर वे उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और अन्य मंत्रियों से जवाब चाहते थे, लेकिन कोई भी पुख्ता जानकारी नहीं दी गई. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आधी-अधूरी जानकारी सरकार की ओर से दी भी गई, उससे वे संतुष्ट नहीं हैं. इसी वजह से वो महात्मा गांधी की मूर्ति के नीचे धरने पर बैठ गए.
कांग्रेस विधायकों के धरने को इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय चौटाला ने भी समर्थन दिया और सरकार पर विपक्षी विपक्षी विधायकों की आवाज दबाने का आरोप लगाया. इस पूरे मामले पर गृह मंत्री अनिल विज ने सफाई देते हुए कहा कि सदन में उनकी बात सुनने के साथ ही जवाब भी दिया गया. फिर भी यदि कोई धरने पर बैठता है, तो वो विधानसभा अध्यक्ष देखें.