
कोरोना संकट से जूझ रहे हरियाणा में म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) की दस्तक ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. ब्लैक फंगस को लेकर सरकार ने अस्पतालों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. सीएम मनोहर लाल खट्टर के मुताबिक प्रदेश में ब्लैक फंगस की दवा की कमी है लेकिन 4 मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञ म्यूकोरमाइकोसिस पर रिसर्च कर रहे हैं. सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस पर मिलकर काम कर रहे हैं.
कोरोना संकट की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक साबित हुई है. अब तीसरी लहर की बाद भी बात की जा रही है. सीएम खट्टर ने रविवार को कहा कि हम दुआ करते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर न आए तो बेहतर है. अगर तीसरी लहर आई तो राज्य कोरोना महामारी से निपटने के लिए तैयार है. सीएम खट्टर ने कहा कि सभी जिलों में इस तरह के अस्थाई अस्पताल बनाए गए हैं जिससे लोगों इलाज बेहतर मिल पाएगा.
राज्य सरकार के मुताबिक समाजसेवी संस्थाएं भी प्रदेशभर में अस्थाई अस्पताल तैयार करने में मदद कर रही हैं. यहां मरीजों के लिए ऑक्सीजन की भी व्यवस्था है. ऐसे अस्पतालों में वेंटिलेटर्स का भी ख्याल रखा गया है.
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अस्थाई अस्पताल बनाने जोर
दरअसल सीएम मनोहर लाल खट्टर साइबर सिटी में 500 बेड के अस्थाई अस्पतालों के उद्घाटन के लिए रविवार को गुरुग्राम पहुंचे थे. इसमें 100 बेड का अस्थाई अस्पताल ताऊ देवी लाल स्टेडियम में बनाया गया है, जहां 80 बेड ऑक्सीजन सुविधा से लैस तो 20 बेड वेंटिलेटर सुविधा से लैस रखे गए हैं. जबकी 300 बेड का अस्थाई अस्पताल सेक्टर 67 में तो 100 बेड का अस्थाई अस्पताल राजकीय महाविद्यालय में बनाया गया है. इन तीनों अस्पतालों में डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति डॉक्टर फॉर यू मिशन के तहत किया गया है.
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