
रेप मामले में जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम सिंह के कुकर्मों का पर्दाफाश करने के लिए डेरो को भेदने की तैयारी पूरी हो चुकी है. सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय के अंदर सर्च ऑपरेशन जारी है, जिसके लिए 5000 जवान तैनात किए गए हैं. हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त जज की देखरेख में यह सर्च ऑपरेशन चल रहा है. डेरे के अंदर घोड़े में सवार होकर पुलिस कर्मी गश्त कर रहे हैं. अभी तक कई कमरों को सीज किया जा चुका है. इस बीच डेरा के भीतर आजतक पहुंच चुका है.
आजतक संवाददाता निशांत चतुर्वेदी और अरविंद ओझा ने डेरा के अंदर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. डेरे को 10 जोन में बांटा गया है. डेरा के अंदर हिरन और बकरियां समेत अन्य मवेशी भी हैं. हालांकि हिरन को रखना गैर कानूनी है. डेरे के अंदर खेती भी की जा रही है. 1116 एकड़ में फैला यह गुरमीत राम रहीम का आलीशान अंदाज था, जहां पर उसने एक तरह का टाउनशिप और शहर बसा रखा था. इतना ही नहीं, यहां पर राम रहीम की खुद की करेंसी चलती थी. आरबीआई के कानून के मुताबिक कोई भी शख्स किसी तरह की करेंसी नहीं खड़ी कर सकती है.
डेरे के अंदर राम रहीम और उसकी बेटियों के महल हैं. इसके अलावा डेरे के अंदर किसान भी रहते हैं, जो खेती करते हैं. इस डेरे के अंदर अभी तक किसी को आने की इजाजत नहीं थी. यहां सिर्फ राम रहीम की हुकूमत चलती थी. उसके बनाए कानून का राज होता था. करेंसी भी उसी की होती थी. बताया जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम के डेरे के 700 एकड़ जमीन में खेती की जाती है. बाकी की जमीन में रिजॉर्ट और अन्य इमारतें बनी हैं.
गुरमीत राम रहीम की दबंगई से स्थानीय लोग भी खौफजदा रहते थे. यहां किसी को आने नहीं दिया जाता था. राम रहीम अपने खेत से सटे दूसरे के खेतों को जबरन खरीद लेता था. अगर किसी ने देने से इनकार किया, तो उस पर जबरन कब्जा कर लेता था. इलाके के लोग गुरमीत राम रहीम की दहशत में रहते थे. उनकी खेती को बर्बाद कर दी जाती थी. डेरे के अंदर बाग-बगीचे भी हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि रेप मामले में जिस दिन राम रहीम के खिलाफ फैसला आया, उसके बाद से यहां से 15 से 20 ट्रक जाते हुए देखे गए. इन ट्रकों में काफी सामान लादकर डेरे के पीछे के रास्ते से बाहर ले जाया गया. प्रत्यक्षदर्शी बाबू सिंह ने कहा कि अब डेरे में तलाशी करने का कोई फायदा नहीं होगा.
उनका कहना है कि हथियार और असलहे पहले ही ट्रक में लादकर भेजे जा चुके हैं. इलाके में गुरमीत राम रहीम का खौफ इतना है कि स्थानीय लोग उसके खिलाफ बोलने तक को तैयार नहीं हैं. जब आजतक ने डेरा के अंदर पहुंचकर स्थानीय लोगों से पूछताछ करने की कोशिश की, तो कई लोगों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया. वहीं, मीडिया कर्मियों को डेरा के अंदर खबर कवर करने से रोका जा रहा है.