
फरीदाबाद में फर्जी पते के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में पुलिस ने 39 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इस मामले में 13 पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है, जिनमें एक पूर्व थाना प्रभारी (SHO) भी शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश की गई है.
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
रीजनल पासपोर्ट ऑफिस को सूचना मिली थी कि फरीदाबाद के जवाहर कॉलोनी में रहने वाले कुछ लोगों ने फर्जी पते देकर पासपोर्ट बनवाया है. इसके बाद 23 जनवरी 2023 को पासपोर्ट विभाग ने फरीदाबाद पुलिस को 39 संदिग्ध पासपोर्ट धारकों की सूची सौंपकर जांच की मांग की.
जांच के दौरान पाया गया कि ये सभी पासपोर्ट फर्जी पते पर जारी किए गए थे. जांच अधिकारी ACP तिगांव ने खुलासा किया कि पुलिसकर्मियों ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन में लापरवाही बरती और सही तरीके से जांच नहीं की.
पुलिसकर्मियों पर लगे आरोप
FIR में दर्ज जानकारी के अनुसार, हेड कांस्टेबल सतेंद्र, EHC दिलदार, कांस्टेबल राकेश, कांस्टेबल अमन और कांस्टेबल राकेश ने पासपोर्ट संबंधी रिकॉर्ड की सही जांच नहीं की. वहीं, पूर्व SHO सब-इंस्पेक्टर गुनपाल और सब-इंस्पेक्टर रामकिशन ने आवेदकों के सत्यापन फॉर्म पर हस्ताक्षर किए थे.
इसके अलावा, लेडी सब-इंस्पेक्टर पवित्रा, सब-इंस्पेक्टर अरविंद मोहन और एसआई संदीप ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन किया था, लेकिन असली पते की जांच नहीं की. वहीं, कांस्टेबल सुनील पर दस्तावेजों की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगा है.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
इससे पहले भी जून 2023 में मुजेसर थाना क्षेत्र में इसी तरह का मामला सामने आया था, लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई. वहीं, नवंबर 2023 में भी फर्जी पते पर पासपोर्ट जारी करने का मामला दर्ज किया गया था.
सारण थाने के SHO इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा, 'जो लोग फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवा रहे थे, उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.' अब पुलिस आगे की जांच में जुटी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन मामलों में किसी बड़े रैकेट का हाथ तो नहीं है.