Advertisement

ऑनलाइन ऐप पर दोस्ती, मुलाकात फिर कार में... लूट को अंजाम देता था गिरोह

गुरुग्राम पुलिस की डीएलएफ क्राइम यूनिट ने ऑनलाइन ऐप पर दोस्ती कर लूटपाट करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग दिल्ली में भी एक वारदात को अंजाम दे चुका है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
नीरज वशिष्ठ
  • गुरुग्राम,
  • 30 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:15 PM IST

हरियाणा में गुरुग्राम पुलिस की डीएलएफ क्राइम यूनिट ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों से ऑनलाइन ऐप पर दोस्ती करते थे. फिर लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे. गिरोह के 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह गैंग दिल्ली में भी इस तरह की एक वारदात को अंजाम दे चुका है. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था.

Advertisement

एसीपी क्राइम वरुण दहिया के मुताबिक, 4 सितंबर को एक शख्स ने गुरुग्राम के थाना सेक्टर- 29 में शिकायत दी कि उसने ऑनलाइन ऐप से एक युवक से बात की. युवक दोस्त बन गया. उसने खाना खाने के लिए उसे सेक्टर-29 मार्केट बुलाया. खाना खाकर जब कार में सवार होकर चले तो थोड़ी दूर पर उसने कार रोक दी.

'कपड़े उतरवाकर बनाया वीडियो'

इसके बाद पेशाब करने के बहाने बाहर चला गया. तभी 3-4 लोग मास्क पहनकर आए और मारपीट शुरू कर दी. फिर गाड़ी की पिछली सीट पर डालकर कपड़े उतार दिए. उसका मोबाइल और पर्स छीन लिया. इसके बाद वे लोग डेबिट कार्ड का पिन मांगने लगे और बिना कपड़ों के वीडियो भी बनाया. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनकर वो सभी भागे.

पुलिस की गाड़ी ने पीछा किया तो तीन युवक गाड़ी से बाहर कूद गए. इस दौरान कार का एक्सीडेंट हो गया. कार चलाने वाला शख्स भी वहां से भाग गया. जब उसने नेट बैंकिंग से अपना अकाउंट देखा तो उसमें 95 हजार रुपये कम थे. इस शिकायत के आधार पर थाना सेक्टर-29 में मामला दर्ज किया गया और जांच हुई.

Advertisement

डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच की जिम्मेदारी

जांच का जिम्मा डीएलएफ क्राइम ब्रांच को सौंपा गया. क्राइम ब्रांच ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान केशव उर्फ केसु उर्फ कृत्विक, मोहम्मद हुसैन उर्फ अप्पू, रवि वर्मा और प्रदीप उर्फ दीपू के रूप में हुई. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि केशव गिरोह का सरगना है. वो साथियों के साथ वारदात को अंजाम देता है.

वो ऑनलाइन ऐप के माध्यम से दोस्ती करता है. फिर घुमाने के बहाने बुलाता है. इसके बाद साथियों के साथ मिलकर मारपीट करता है. फिर बिना कपड़ों के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रुपयों की डिमांड करता है. ये लोग फोन या डेबिट-क्रेडिट कार्ड का पिन लेकर वारदात को अंजाम देते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement