
गुरुग्राम में सीएम फ्लाइंग और ड्रग विभाग ने कैंसर के नकली इंजेक्शन मामले का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया है. आरोपी के पास से कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाला defibrotide इंजेक्शन मिला है. अधिकारियों का कहना है कि साइबर सिटी के नामी अस्पताल में कैंसर के नाम पर नकली इंजेक्शन लगाए जा रहे थे.
आरोपी मरीजों से कहता था कि इंजेक्शन इटली से मंगवाया गया है, वह इसके लिए ढाई लाख रुपये वसूलता था. शुरुआती जांच में सामने आया है कि जामिया नगर साउथ दिल्ली का रहने वाला मोतीउर रहमान अंसारी आरोपी को इंजेक्शन दे गया था.
डब्ल्यूएचओ के द्वारा भी नकली इंजेक्शन के बारे में अलर्ट जारी किया गया है. बहरहाल, ड्रग कंट्रोल विभाग और सीएम फ्लाइंग नकली दवाओं से जुड़े इस नेक्सेस को खंगालने में जुटे हैं. सवाल है कि आखिर अस्पताल में कौन डॉक्टर था, जिसकी अनुमति से मरीज को ये नकली इंजेक्शन लगाए जा रहे थे.
सूचना के बाद संयुक्त टीमों ने की छापेमारी
ड्रग कंट्रोलर अमन दीप ने बताया कि सूचना मिली थी कि आर्टेमिस हॉस्पिटल के सामने सेक्टर 52 गुरुग्राम में एक कैंसर पीड़ित मरीज के लिए ढाई लाख रुपये में कैंसर का नकली इंजेक्शन सप्लाई किया जाएगा. इसके बाद टीम ने छापेमारी की. इस दौरान इंजेक्शन सप्लाई करने वाले कोलकाता निवासी संदीप भुई पुत्र गौरी शंकर को पकड़ लिया. संदीप दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में किराए पर रहता है.
अब तक 10 लाख के इंजेक्शन कर चुका है सप्लाई
टीम को संदीप भुई के पास से कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाला defibrotide इंजेक्शन मिला. जब उससे बिल मांगा गया तो वह नहीं दिखा सका. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह इंजेक्शन मोतीउर रहमान अंसारी निवासी जामिया नगर साउथ दिल्ली ने भेजा है.
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आरोपी ने बताया कि वह मरीज के लिए 4 बॉक्स इंजेक्शन पहले भी दे चुका है. एक बॉक्स में 10 इंजेक्शन होते हैं. इनकी कीमत 10 लाख रुपये वसूल की थी.
इटली की कंपनी ने बताया- नकली है ये इंजेक्शन
ड्रग्स एंड कंट्रोल ऑफिसर सेक्टर 45 गुरुग्राम ने जब छानबीन की तो पता चला कि यह इंजेक्शन इटली से सप्लाई होता है. जब इटली की कंपनी को ड्रग्स विभाग ने मेल के द्वारा सूचना दी तो कंपनी ने रिप्लाई देकर कहा कि यह इंजेक्शन नकली है.
इसके बाद ड्रग्स विभाग ने आरोपी संदीप भुई व इस पूरे रैकेट का सरगना मोतिउर रहमान अंसारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. पुलिस ने आरोपी संदीप भुई को मौके से गिरफ्तार कर लिया, वहीं मोतीउर रहमान अंसारी की तलाश की जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि WHO ने भी ऐसे नकली इंजेक्शन के बारे में अलर्ट जारी किया है.
रैकेट चलाने वालों के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई
ड्रग कंट्रोलर ने कहा कि इस प्रकार अवैध रूप से नकली इंजेक्शन व दवाइयां बेचने और सप्लाई करके रैकेट चलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है, यह कार्रवाई जारी रहेगी. अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी इस प्रकार से नकली इंजेक्शन बेचकर लाखों रुपये कमा चुके हैं. इस पूरे रैकेट में और कौन-कौन शामिल है, इसकी जांच की जा रही है.