
हरियाणा में गुरुग्राम के पालम विहार एक्सटेंशन में होने वाली एक कुत्ते(शेरू) और कुतिया(स्वीटी) की शादी का कार्ड चर्चा का विषय बना हुआ है. हल्दी, मेहंदी के साथ ही शादी की सभी रस्में निभाई जा रही हैं. 13 नवंबर को बैंड-बाजे के साथ पहुंची बारात स्वीटी के घर पहुंचेगी. शादी का मंडप तैयार हो चुका है. इसमें 100 से अधिक लोगों को निमंत्रण भी दिया गया है.
बड़ी दिलचस्प है शादी की कहानी
दरअसल, स्वीटी को पालने वाली महिला रानी की माने तो उनकी शादी के बाद बच्चे नहीं हुए. उनके पति इस अकेलेपन को दूर करने के लिए 3 साल पहले स्वीटी को मंदिर से उठाकर लाए थे. उन्होंने स्वीटी को बच्चों की तरह पाला. स्वीटी की शादी के बहाने कन्यादान करने का मौका मिला है.
वहीं, शेरू को पालने वाले परिवार की माने तो शेरू 8 साल का है. वह उनके बच्चों के साथ खेल-खेलकर बड़ा हुआ है. स्वीटी और शेरू दोनों हमारे परिवार के बेटा और बेटी की तरह हैं.
ऐसी हैं शादी की तैयारियां
शेरू और स्वीटी की शादी को लेकर दोनों घरों में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. रिश्तेदारों और परिचितों को बुलाने के साथ ही शादी कराने के लिए पंडित को भी बुलाया गया है. जो कि दोनों के फेरे भी करवाएंगे. इसके लिए रात साढ़े 8 बजे का समय तय किया गया है.
हमीरपुर में भी हुई थी कुत्ते और कुतिया की शादी
इससे पहले जून महीने में उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कुत्ते और कुतिया की शादी धूमधाम से हुई थी. कुत्ते की बारात 32 किलोमीटर दूर गई थी, जिसमें बारातियों ने जमकर डांस किया था.
यह शादी दो संतों के कुत्ते और कुतिया के बीच भरुआ सुमेरपुर में हुई थई. अपने पालतू पशुओं का विवाह कराकर दोनों एक दूसरे के समधी बने थे. बारात की सारी रस्में हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई थीं. धूमधाम से बारात निकाली गई थी और द्वारचार, भांवरे, कलेवा की रस्में भी निभाई गईं थीं.