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गुरुग्राम में चर्चित कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 54 लाख की ठगी, पैसा मिलते ही आरोपी गायब

गुरुग्राम में एक नामी कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने का लालच देकर ठगों ने एक शख्स को 54 लाख रुपये का चूना लगा दिया. आरोपियों ने पीड़ित शख्स को कहा था कि गुरुग्राम के अलग-अलग हिस्सों में दफ्तर बनाने के नाम पर उनसे 54 लाख रुपये लूट लिए गए. इसके बाद सभी ठगों ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया.

गुरुग्राम में साइबर फ्रॉड. (Photo: Meta AI) गुरुग्राम में साइबर फ्रॉड. (Photo: Meta AI)
aajtak.in
  • गुरुग्राम,
  • 16 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 8:33 PM IST

हरियाणा के गुरुग्राम में 54 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. फ्रॉड के इस मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि सेक्टर 46 के एक शख्स को कुछ लोगों ने 54 लाख रुपये का चूना लगाया है. ठगी करने वाले आरोपियों ने खुद को अदानी हेल्थ वेंचरर्स लिमिटेड (एएचवीएल) से होने का दावा किया था और उन्हें फर्म की तीन फ्रेंचाइजी देने की पेशकश की थी.

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फ्रेंचाइजी दिखाने के नाम पर 54 लाख रुपये की ठगी

न्यूज एजेंसी के मुताबिक पीड़ित जीतेंद्र कुमार ने अपनी शिकायत में दो लोगों की पहचान शशि सिन्हा और सौम्यजीत गांगुली के रूप में की है. उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को दोनों ने एएचवीएल के प्रतिनिधि के रूप में उनसे संपर्क किया और कंपनी की ओर से उन्हें तीन फार्मा फ्रेंचाइजी देने की पेशकश की.

पुलिस ने कहा कि उनके सौदे के अनुसार, तीन अलग-अलग स्टोर सेक्टर 46 हुडा मार्केट, बिलासपुर चौक (एनएच-8) और सेक्टर 10 हुडा मार्केट में खुलने थे. उन्होंने कहा कि गांगुली गुरुग्राम आए और उनसे एडवांस के तौर पर 15 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट और 5 लाख रुपये नकद ले लिया. उन्होंने कहा कि कथित धोखाधड़ी करने वालों ने फार्मेसी की दुकानों पर इंटीरियर कार्य के लिए मेसर्स जेपी एंटरप्राइजेज को इंटीरियर डिजाइनर के रूप में भी शामिल किया था.

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होटल में हुई थी डील

पुलिस ने कहा कि डिजाइनर कंपनी की ओर से इंद्राशीष दास नाम का व्यक्ति दो बार कुमार से मिलने आया था. शिकायत के मुताबिक, सभी बैठकें और भुगतान बिलासपुर चौक स्थित सदाबहार रीजेंसी होटल में किए गए थे.

पीड़ित जीतेंद्र कुमार ने कहा, 'सौदा तय होने के बाद, उन्होंने 10 मई तक स्टोर सौंपने का वादा किया और आरोपियों ने उनसे 54 लाख रुपये ले लिए. उन्होंने कहा, 25 मई को, मैंने इंटीरियर डिजाइनर इंद्राशिष को फोन किया, जिन्होंने कहा कि कंपनी के सभी अधिकारी के फोन बंद थे और उनका बकाया भी नहीं दिया गया है. कुमार की शिकायत के बाद गुरुवार को बिलासपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे शिकायत का सत्यापन कर रहे हैं.


 

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