
लोकसभा चुनाव में हरियाणा में क्लीन स्वीप के बाद बीजेपी अब विधानसभा चुनाव के लिए मिशन-75 के लक्ष्य को फतह करने में जुट गई है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी की नजर मुस्लिम बहुल मेवात पर है, जहां इस बार के विधानसभा चुनाव में भगवा फहराने की तैयारी पार्टी ने कर ली है. यही वजह है कि बीजेपी मेवात के कद्दावर मुस्लिम नेताओं को अपने साथ जोड़ने में जुटी है.
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी मेवात इलाके में विपक्ष को तगड़ा झटका देने जा रही है. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक चौधरी जाकिर हुसैन मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामेंगे. जाकिर हुसैन ने इनेलो से इस्तीफा दे दिया है, उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. माना जा रहा है कि इससे मेवात में बीजेपी को अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में मदद मिलेगी. जाकिर हुसैन मेवात के कद्दावर नेता माने जाते हैं, जिनके बीजेपी में शामिल होने से पार्टी इस इलाके में मजबूत होगी. चौधरी जाकिर हुसैन के अलावा आईएनएलडी विधायक परमिंदर सिंह धुल ने भी इस्तीफा दे दिया है. वह भी बीजेपी में शामिल होने वाले हैं.
मेवात इलाके में बीजेपी अपने आधार को बढ़ाने की कवायद लंबे समय से कर रही है, लेकिन मुस्लिम बहुल होने के चलते यहां वह पैर नहीं जमा सकी. इसी का नतीजा है कि 2014 के विधानसभा चुनाव में मेवात इलाके की पांच विधानसभा सीटों में से महज एक सीट ही जीत सकी थी. जबकि तीन सीटें इनेलो और एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.
इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी भले ही हरियाणा की सभी दस सीटें जीतने में कामयाब रही, लेकिन मेवात इलाके की विधानसभा सीटों में वह पीछे रह गई थी. यही वजह है कि बीजेपी इस बार के विधानसभा में इस इलाके में भगवा फहराने की कोशिश तेज कर दी है, जिसके तहत पहले हथीना से इनेलो के विधायक केवर सिंह रावत को मिलाया. इसके बाद अब नूंह से इनेलो विधायक चौधरी जाकिर हुसैन भी बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. जबकि इससे पहले पुन्हाना से निर्दलीय विधायक रहीश खान बीजेपी के साथ जुड़ गए हैं.
बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में मेवात क्षेत्र की 5 विधानसभा सीटों को हर हाल में जीतना चाहती है. इसके लिए वह हरसंभव कोशिश कर रही है. हरियाणा में मुस्लिम मतदाता 7.2 फीसदी हैं, लेकिन मेवात में 70 फीसदी के करीब मुस्लिम आबादी है. मेवात के नूंह, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है. इसके अलावा सोहना और हथीन सीट पर किंगमेकर की भूमिका में है. इसमें हथीन सीट ही बीजेपी पिछली बार जीत सकी थी.