Advertisement

हरियाणा चुनाव: मौजूदा सभी 17 विधायकों को टिकट देगी कांग्रेस

मिशन हरियाणा में जुटी कांग्रेस की आज गुरुवार को अहम बैठक हुई. बैठक में मौजूदा सभी 17 विधायकों को फिर से टिकट देने का फैसला किया गया है. बाकी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा के लिए अब 28 और 29 सितंबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी.

कांग्रेस के सामने हरियाणा में शानदार प्रदर्शन करने की चुनौती (फाइल-India Today) कांग्रेस के सामने हरियाणा में शानदार प्रदर्शन करने की चुनौती (फाइल-India Today)
आनंद पटेल
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:26 PM IST

  • 28-29 सितंबर को कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी
  • 30 को केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक, तय होंगे उम्मीदवार

मिशन हरियाणा में जुटी कांग्रेस की आज गुरुवार को अहम बैठक हुई. इस बैठक में मौजूदा सभी 17 विधायकों को फिर से टिकट देने का फैसला किया गया है. बाकी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा के लिए अब 28 और 29 सितंबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी.

Advertisement

इसके बाद अगले दिन (30 सितंबर) केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक होगी. माना जा रहा है कि इसी दिन प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो जाएगा. कांग्रेस की कोशिश है कि इस बार चुनाव सत्तारुढ़ बीजेपी को हराकर फिर से सत्ता पर पकड़ बनाई जाए, हालांकि उसकी यह राह आसान नहीं होगी. बीजेपी उसे कड़ी टक्कर दे रही है.

AAP ने घोषित किए 22 नाम

इससे पहले हरियाणा में 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को अपने 22 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया. इन उम्मीदवारों में गुरुग्राम से रणबीर सिंह राठी, फरीदाबाद एनआईटी से संतोष यादव, फरीदाबाद से कुमारी सुमानाता वशिष्ठ, बल्लभगढ़ से हरेंद्र भाटी, पंचकुला से योगेश्वर शर्मा और अंबाला शहर से अंशुल कुमार अग्रवाल के नाम शामिल हैं.

Advertisement

चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते ऐलान किया किया था कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को होंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दोनों राज्यों में मतों की गिनती 24 अक्टूबर को की जाएगी.

हरियाणा में 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 47 सीटों पर जीत दर्ज कर सरकार बनाई थी. दूसरे स्थान पर रही भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (आईएनएलडी) ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि उस समय सत्तारूढ़ कांगेस को सिर्फ 15 सीटों पर जीत मिली थी. दो सीटें हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को एक-एक सीट पर जीत मिली थी, वहीं पांच निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement