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राफेल होता तो बालाकोट एयर स्ट्राइक की जरूरत नहीं पड़ती: राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि राफेल पर ऊं लिखने पर विवाद क्यों है? हरियाणा के करनाल में रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर राफेल हमारे पास होता तो बालाकोट जाकर एयर स्ट्राइक की जरूरत नहीं पड़ती. रक्षामंत्री ने कहा कि राफेल होता तो भारत से ही आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जा सकता था.

दशहरे के दिन भारत को पहले राफेल विमान की डिलीवरी मिली है. (फोटो-twitter/rajnathsingh) दशहरे के दिन भारत को पहले राफेल विमान की डिलीवरी मिली है. (फोटो-twitter/rajnathsingh)
aajtak.in
  • करनाल,
  • 13 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST

  • राफेल पर ऊं लिखने पर विवाद क्यों-राजनाथ
  • 'कांग्रेस के विवाद से पाकिस्तान को ताकत'

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि राफेल पर ऊं लिखने पर विवाद क्यों है? हरियाणा के करनाल में रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर राफेल हमारे पास होता तो बालाकोट जाकर एयर स्ट्राइक की जरूरत नहीं पड़ती. रक्षामंत्री ने कहा कि राफेल होता तो भारत से ही आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जा सकता था.

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हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने करनाल पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल विमान पर 'ऊं' लिखने पर विवाद पैदा कर कांग्रेस आखिर क्या दिखाना चाहती है. राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल मिलने पर कांग्रेस को गर्व करना चाहिए था और इसका स्वागत करना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस इसकी आलोचना कर रही है, ऐसा कर कांग्रेस सिर्फ पाकिस्तान को मजबूत कर रही है.

कांग्रेस के बोलने से पाकिस्तान को ताकत

रक्षा मंत्री ने कहा, "हमारा जो स्वभाव था उसके अनुसार हमने कहा कि हमें एक नई फाईटर प्लेन मिल रही है, ताकतवर प्लेन मिल रही है, इसका प्रयोग करने से पहले हमें इसकी पूजा करनी चाहिए, मैंने उस पर ऊं लिखा, नारियल फोड़ा...यहां कांग्रेस ने विवाद खड़ा कर दिया, ये साम्प्रदायिक हो गए हैं. ऊं लिखने पर इनको आपत्ति है. क्या आपके घरों में ओम नहीं लिखा जाता है, क्या कांग्रेस को इस पर आपत्ति करनी चाहिए."

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विरोध करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दें

राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस समय वे पूजा कर रहे थे उस समय वहां हिन्दू, मुस्लिम सिख इसाई सभी मौजूद थे. लेकिन कांग्रेस ने इसकी आलोचना शुरू कर दी. कांग्रेस के बोलने से पाकिस्तान को ताकत मिलती है. इसलिए इस चुनाव में उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए. बता दें कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को चुनाव है.

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