
हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान हुई व्यापक हिंसा पर प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सवाल उठाया है. उन्होंने रिपोर्ट की तुलना पवित्र गीता से करते हुए कहा कि ये रिपोर्ट कोई गीता का अध्याय नहीं है.
अनिल विज ने प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट को आधा अधूरा करार देते हुए कहा है कि यह सिर्फ सूचनात्मक रिपोर्ट है. विज बोले कि 'यह रिपोर्ट है कोई गीता का अध्याय नहीं जो प्रकाश सिंह ने लिख दिया सब कुछ ठीक ही होगा.'
मंगलवार को सार्वजनिक की गई रिपोर्ट
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान अधिकारियों की लापरवाही और चूक की जांच कर रही प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट मंगलवार को सार्वजनिक किया गया. इस पर सवाल उठाते हुए विज ने ये भी कहा कि खाली एक घटना से किसी पर तलवार नहीं लटकाई जा सकती. उन्होंने रिपोर्ट पर दो सदस्यों केपी सिंह और विजय वर्धन के हस्ताक्षर नहीं करने पर भी सवाल उठाया.
हिंसा के दौरान प्रशासनिक विफलताओं का खुलासा
हिंसा और उपद्रव की आग में जल रहे हरियाणा के आठ जिलों का दौरा करने के बाद कमेटी सदस्यों ने 71 दिनों की मशक्कत के बाद रिपोर्ट को अमली जामा पहनाया. इस रिपोर्ट में पुलिस और प्रशासनिक विफलताओं का खुलासा किया गया है. हिंसा के दौरान लापरवाही बरतने या अपनी जिम्मेदारियों से भागने वाले अधिकारियों को आईना दिखाया गया है.