
कृषि कानून को लेकर जारी आंदोलन के बीच बीते दिन हरियाणा के करनाल में काफी बवाल हुआ. सैकड़ों की संख्या में किसानों ने यहां राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध किया, कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ भी हुई. अब इस घटना की जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढूनी ने ली है.
गुरनाम सिंह का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता जहां भी कोई कार्यक्रम करेंगे, जो किसानों के आंदोलन से जुड़ा होगा उन्हें इस तरह का विरोध झेलना पड़ेगा.
गौरतलब है कि रविवार को करनाल के कैमला गांव में मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर का किसान महापंचायत कार्यक्रम था. नए कृषि कानूनों के मसले पर इस कार्यक्रम में किसानों के साथ संवाद होना था. लेकिन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यहां सीएम के आने के पहले पहुंच गए और हंगामा करने लगे.
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हंगामे के बाद किसानों पर लाठीचार्ज किया गया, मंच के साथ तोड़फोड़ हुई और हैलिपेड को भी नुकसान पहुंचाया गया. इस पूरे बवाल के चलते मनोहर लाल खट्टर का कार्यक्रम रद्द हो गया.
आपको बता दें कि सोमवार सुबह तक इस पूरे विवाद में 71 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस की ओर से सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि पंजाब के बाद हरियाणा में ही किसान आंदोलन का सबसे बड़ा असर है. इससे पहले भी यहां पर किसानों पर लाठीचार्ज हो चुका है.