
हरियाणा के तावडू (नूंह) में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की खनन माफिया ने मंगलवार की दोपहर डंपर से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी. डीएसपी तावडू हिल इलाके में छापेमारी करने गए थे. उन्होंने अवैध तरीके से पत्थर लेकर आ रहे डंपर को हाथ देकर रोकने का इशारा किया, लेकिन गाड़ी की स्पीड तेज करते हुए ड्राइवर उन्हें कुचल दिया.
इस घटना के वक्त डीएसपी सुरेंद्र सिंह का निजी स्टाफ और चार पुलिसकर्मी उनके साथ थे. घटनास्थल पर पहुंचे SHO ने बताया कि डीएसपी सिर्फ स्टाफ के साथ गए थे. उनके साथ पुलिस फोर्स नहीं था. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि डीएसपी अपने आधिकारिक वाहन के पास खड़े थे, उन्होंने लगभग 12:10 बजे अवैध खनन करने वाले एक वाहन को रुकने के लिए कहा तो डंपर चालक ने उन्हें रौंद दिया.
एनकाउंटर के बाद आरोपी गिरफ्तार
इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस एक्शन में आ गई और आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर दी. मंगलवार की शाम आरोपियों संग पुलिस की मुठभेड़ हो गई. डंपर के क्लीनर इक्कर को एनकाउंटर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे नलहर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. वहीं बताया जा रहा है कि पुलिस ने डंपर के ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा 3-4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है. इस घटना के बाद आईजी, नूंह एसपी के साथ ही डीजीपी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे.
घटना से कुछ ही दूरी पर था पुलिस का कार्यक्रम
बताया जा रहा है कि जिस समय मेवात में DSP की हत्या की गई हरियाणा के मुख्यमंत्री उस समय वहां से कुछ किलोमीटर दूर पुलिस के एक कार्यक्रम में मौजूद थे. मुख्यमंत्री के अलावा वहां पुलिस के तमाम अधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने DSP को कार्यक्रम की शुरूआत में श्रद्धांजलि भी दी, लेकिन सवाल उठता है कि ऐसे मौके पर तुरंत DGP या पुलिस के किसी आला अधिकारी को क्यों नहीं भेजा गया आखिरकार DGP तब निकले, जब मुख्यमंत्री कार्यक्रम खत्म कर घर रवाना हो गए.
तावडू में आज बाजार बंद
डीएसपी की हत्या के विरोध में तावडू के लोग नाराज हैं और वहां के लोगों ने तावडू बाजार बंद रखा है. स्थानीय लोग एकजुट होकर एसडीएम को ज्ञापन देने जा रहे हैं.
डंपर की प्लेट पर नहीं थे नंबर
वहीं इस मामले में दर्ज एफआईआर में कई दावे किए गए हैं. एफआईआर के मुताबिक, डंपर में 3-4 लड़के बैठे थे. डंपर में पीछे वाली नंबर प्लेट नहीं थी. डंपर के आगे वाली नंबर प्लेट पर HR-74A लिखा था, बाकी नंबर नहीं लिखे थे.
DSP को शहीद का दर्जा, परिवार को एक करोड़ की मदद
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि हम शहीद सुरेंद्र सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देंगे. उनके परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी मिलेगी. बताया गया है कि डीएसपी इसी साल रिटायर होने वाले थे.
खनन मंत्री ने पिछली सरकारों पर फोड़ा ठीकरा
इस घटना पर हरियाणा के खनन मंत्री मूल चंद शर्मा ने कहा कि वह इलाका माइनिंग का नहीं, वन क्षेत्र का है. उस जगह अवैध खनन रोकने के लिए सभी अधिकारी समय समय पर कार्रवाई करते रहते हैं. पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए वह बोले कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री ने काम किया होता तो ये दिन नहीं देखना पड़ता.
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं हरियाणा कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था ख़त्म हो गई है. ना जनता सुरक्षित है. ना पुलिस, ना विधायक. इस घटना की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री को लेनी चाहिए. उन्हें अपना इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.
भूपेंद्र हुड्डा बोले- कानून व्यवस्था चरमराई
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था चरमरा गई है. यहां न पुलिस सुरक्षित है, न विधायक सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि लोगों का सरकार से विश्वास उठ चुका है. सरकार से मांग है कि सरकार कड़े से कड़े उदम उठाए, ताकि प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम हो सके.
हरियाणा की गृहमंत्री अनिल विज बोले- दोषियों को छोड़ेंगे नहीं
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगा. चाहे जितनी पुलिस लगानी पड़े, हम किसी को भी छोड़ेंगे नहीं. सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए भले ही आसपास के जिलों से पुलिस क्यों न बुलानी पड़े, लेकिन दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा.
दीपेंदर सिंह हुड्डा ने कही ये बात
दीपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि BJP-JJP सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहे खनन माफिया ने एक और जान ले ली. DSP सुरेंद्र बिश्नोई की हत्या बताती है कि प्रदेश में बदमाश माफिया का राज स्थापित हो चुका है. इस जंगलराज में ना जनता सुरक्षित है, ना विधायक और ना ही पुलिस खुद. सरकार, माफिया बदमाशों को संरक्षण देना बंद करे.
बिश्नोई सभा ने की सीबीआई जांच की मांग
वहीं अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. सभा के हरियाणा अध्यक्ष विनोद कड़वासरा ने पत्र में कहा कि स्थानीय नेताओं की शह पर अवैध माइनिंग की जाती है. इससे पहले हरियाणा सरकार ने एक आईपीएस की नियुक्ति की थई, जिन्होंने करीब 100 करोड़ रुपये जुर्माने के तौर पर सरकारी खजाने में जमा करवाए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें हटा दिया.
कुरुक्षेत्र के रहने वाले थे डीएसपी
डीएसपी बिश्नोई कुरुक्षेत्र के रहने वाले थे. वह तीन महीने बाद रिटायर होने वाले थे. उनके दो बच्चे हैं. बेटी बेंगलुरु में बैंक में कार्यरत है और बेटा कनाडा में पढ़ाई कर रहा है. डीएसपी के छोटे भाई अशोक को-ऑपरेटिव बैंक में ऑफिसर हैं.
सोनीपत में भी हुआ था SIT पर जानलेवा हमला
हरियाणा में खनन माफियाओं के दुस्साहस का यह पहला मामला नहीं है. बल्कि इससे पहले भी इस तरह की वारदात सामने आ चुकी हैं. इससे पहले सोनीपत में अवैध खनन करने वाले गिरोह ने स्पेशल इनफोर्समेंट टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था. इसमें सिपाही को पीट-पीटकर घायल कर दिया और एएसआई की वर्दी फाड़ दी थी.