
हरियाणा में एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो गया है. यहां शनिवार को करनाल के घरौंडा में टोल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के एक कार्यक्रम के विरोध में किसानों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी किसानों से शाम 5:00 बजे तक सभी टोल और हाईवे का घेराव करने की अपील की है.
दरअसल, करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक कार्यक्रम में शामिल होना था. इस कार्यक्रम के विरोध में किसान करनाल के घरौंडा में एक टोल पर इकट्ठा हो गए. किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे. सूचना पाकर वहां पुलिस पहुंची. पुलिस ने किसानों से हाईवे खाली करने के लिए कहा. काफी समय तक बातचीत के बाद भी किसान हाईवे पर जमा थे.
राहुल बोले- फिर खून बहाया है किसान का
BKU ने कहा- जब तक किसान रिहा नहीं होते, रोड जाम रखें
भारतीय किसान यूनियन ने कहा, जब तक हरियाणा पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा नहीं किया जाता, वे टोल और हाईवे ब्लॉक रखेंगे. भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किसानों से कहा है कि वे जब तक रोड और टोल को ब्लॉक रखें, जब तक हरियाणा पुलिस हिरासत में लिए उनके साथियों को रिहा नहीं कर देती.
आंदोलन होगा और तेज
आरोप है कि पुलिस ने किसानों को हाईवे से हटाने के लिए लाठीचार्ज किया. इस दौरान कई किसान प्रदर्शनकारियों को चोट भी आई है. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के डॉक्टर दर्शन पाल ने कहा, जिन किसानों को चोट लगी है, अगर वह ज्यादा हुई तो आंदोलन और तेज होगा.
दर्शन पाल ने लाठीचार्ज का विरोध जताने के लिए सभी किसानों से राज्य के सभी हाईवे और टोल जाम करने की मांग की है. उन्होंने कहा, सैकड़ों किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने दावा किया है कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे. तभी उन पर लाठीचार्ज किया गया.
राकेश टिकैत ने कहा- 5 बजे तक सभी रास्ते जाम करेंगे
राकेश टिकैत ने ट्वीट किया, आज हरियाणा के करनाल में हुए लाठीचार्ज के विरोध में हरियाणा के साथियों से निवेदन है शाम 5:00 बजे तक सभी रास्ते जाम रहेंगे. सरकार का टारगेट 5 सितंबर मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत है. यह चाहते हैं हरियाणा के लोग महापंचायत में ना जा पाए. इन विषयों पर आप सभी ध्यान दें.
(इनपुट- श्रेया)