
क्या हरियाणा पुलिस गुरमीत रामरहीम को धोखे में रखकर पंचकूला लाई? दरअसल हरियाणा प्रशासन के आला अफसर दबी छुपी जुबान में लोगों को बता रहे हैं कि कैसे हरियाणा पुलिस गुरमीत रामरहीम को सिरसा के डेरा से पंचकूला यह कह कर लाई कि उनको कुछ नहीं होगा. अधिकारियों का कहना है कि सोची समझी रणनीति के तहत गुरमीत रामरहीम को यह विश्वास दिलाया गया कि ज्यादा कुछ नहीं होगा.
डेरा समर्थकों को पंचकूला शहर आने दिया गया. देर रात तक उन पर ज्यादा कार्यवाही नहीं की गई, ताकि रामरहीम जो सारी कार्रवाई टीवी पर देख रहा था को विश्वास हो जाए कि प्रशासन उस कर सख्ती नहीं बरतने वाला है. गुरमीत रहीम के साथ उसकी बेटी हनीप्रीत को भी जेल परिसर में जाने की इजाजत दे दी गई थी ताकि रामरहीम डेरे से बाहर निकल कर आ जाए.
रामरहीम को डेरे से बाहर निकालना था चैलेंज
आज तक से खास बातचीत में हरियाणा के होम सेक्रेटरी रामनिवास ने भी माना कि सरकार के लिए सबसे बड़ा चैलेंज रामरहीम को उसके सिरसा स्थित 700 एकड़ में फैले में डेरे से बाहर निकालना था.
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने बार-बार बाबा से गुहार लगाई कि उनके साथ कुछ खास नहीं किया जाएगा और जैसे ही गुरमीत ने बाहर निकलने की इच्छा जताई. हरियाणा सरकार ने उन्हें पंचकूला की ओर बढ़ने की इजाजत दे दी.
हरियाणा पुलिस के 6 जवानों पर देशद्रोह का केस
बाबा रामरहीम को जैसे ही कोर्ट ने दोषी करार दिया प्रशासन ने तुरंत उन्हें आर्मी के वेस्टर्न कमांड के हेड क्वार्टर की ओर भेज दिया ताकि पैरामिलिट्री आर्मी के चलते बाबा कहीं भाग ना सके. यह खबर पहले ही आ गई थी कि बाबा भागने की कोशिश कर सकते हैं. और ऐसी कोशिश हुई भी. इसी के चलते अब हरियाणा पुलिस के 6 जवानों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया है.
इतना नहीं प्रशासन ने एक मेक शिफ्ट हवाई पट्टी भी बनाई ताकि लोगों को यह धोखा दिया जा सके कि रामरहीम को यही से रोहतक भेजा जाएगा. जैसे ही बाबा को दोषी करार दिया, पैरामिलिट्री फोर्स ने रामरहीम को तुरंत पंचकूला सेशन कोर्ट से आर्मी बेस में स्थित हवाई पट्टी पर खड़े हेलीकॉप्टर पर बिठाकर रोहतक रवाना कर दिया.
गुरप्रीत के बाद हनीप्रीत करेगी डेरे की अगुवाई
अधिकारियों का कहना कि रामरहीम के साथ हनीप्रीत को इसलिए भेजा गया क्योंकि रामरहीम के बाद वही डेरे की अगुवाई करने वाली है. प्रशासन नहीं चाहता था कि हनीप्रीत कौर डेरा समर्थकों के सामने आए और समर्थकों को संबोधित करे. इसी के चलते हनीप्रीत को रोहतक जेल के गेस्ट हाउस तक ले जाया गया.
गेस्ट हाउस में जैसे ही रामरहीम को रखा गया उसके तुरंत बाद ही जेल अधिकारियों ने आकर सबसे पहले हनीप्रीत को वहां से हटाया और उसके बाद गुरप्रीत को रोहतक की सुनहरी जेल में स्थित उनके सेल में ले गए.