
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव वोटिंग के बाद भारी उठापटक देखने को मिली. देर शाम काउंटिंग को रोक दिया गया. लेकिन देर रात चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती करने का फैसला लिया और करीब 2 बजे बीजेपी के कृष्ण लाल पंवार और निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा ने जीत दर्ज की. यहां कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और अजय माकन को हार का सामना करना पड़ा.
इससे पहले बीजेपी, जेजेपी और निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनाव आयोग से मतगणना की गोपनीयता भंग करने की शिकायत की थी. इसी शिकायत को चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया और मामले की जांच की. हालांकि, देर रात मतगणना कराने का निर्णय लिया गया.
निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा ने चुनाव आयोग को कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा और किरण चौधरी की शिकायत की थी. कार्तिकेय ने दोनों विधायकों के वोटिंग की गोपनीयता भंग करने के साक्ष्य दिए थे. इस संबंध में आयोग को वीडियोग्राफी साक्ष्य भेजे गए थे. सूत्र बताते हैं कि निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय ने कांग्रेस का जोरदार विरोध किया.
शुक्रवार शाम वोटिंग रुकने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन ने ट्वीट किया था कि राज्यसभा चुनाव के नतीजे में हारने के डर से बीजेपी ने वोटों की गिनती को रोकने के लिए घटिया राजनीति का सहारा लिया है. उन्होंने बीजेपी की आपत्तियों को खारिज करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर के फैसले के आदेश को भी अटैच किया था. माकन ने पूछा था कि क्या भारत में आज भी लोकतंत्र जिंदा है?
बीजेपी बेवजह शिकायत कर रही
माकन ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर भेजी थी. इसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के जिन 2 विधायकों के वोट रद्द करने की मांग बीजेपी, जेजेपी और निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के पोलिंग एजेंट्स कर रहे हैं, उस शिकायत को मौके पर मौजूद रिटर्निंग ऑफिसर पहले ही वीडियो फुटेज देखने के बाद खारिज कर चुके हैं. बेवजह ही ये शिकायत चुनाव आयोग को दिल्ली भेजी गई है.
हरियाणा में क्या था नंबर गेम?
हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में एक सीट जीतने के लिए 31 वोटों की जरूरत थी. बीजेपी के पास अपने 40 विधायक थे जबकि उसकी सहयोगी पार्टी जननायक जनता पार्टी के पास दस विधायक थे. वहीं, कांग्रेस के 31 विधायक थे. इसके अलावा सात निर्दलीय, हरियाणा लोकहित पार्टी का एक और इनेलो का एक विधायक था. इस लिहाज से बीजेपी की एक सीट कन्फर्म थी. उसके बाद बीजेपी के पास 9 वोट अतिरिक्त बच रहे थे. इसके अलावा 10 जेजेपी के विधायक भी साथ थे. हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा बीजेपी के साथ थे, जबकि सात निर्दलीय विधायक भी बीजपी कैंप में माने जा रहे थे.
बीजेपी और जेजेपी के साथ सरकार को समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायक के जोड़ लेते हैं तो कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में 27 वोट रहे थे, जिन्हें जीतने के लिए 3 अतिरिक्त वोट चाहिए थे. कांग्रेस के पास जीतने के लिए नंबर तो पूरे थे, लेकिन कुलदीप बिश्नोई नाराज थे. इसके अलावा कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा के कार्तिकेय शर्मा दामाद बताए जा रहे थे.