
हरियाणा के रोहतक में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. आवश्यक उपकरणों के अभाव का खामियाजा कर्मचारियों को जान देकर भुगतना पड़ा. बगैर सुरक्षा उपकरणों के सीवर के डिस्पोजल पंप की सफाई करने उतरे जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों समेत चार की मौत हो गई.
हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दो के शव निकाल पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई भिजवा दिया. समाचार लिखे जाने तक पुलिस दो अन्य के शव निकालने की कोशिश में जुटी थी.
जानकारी के अनुसार कैथल निवासी अनिल, बिहार निवासी संजय, रोहतक के धर्मेंद्र और रणजीत कैथल बेरी रोड स्थित मीट मार्केट के समीप सीवरेज के डिस्पोजल पंप की सफाई करने के लिए टैंक में उतरे थे. सफाई के लिए जैसे ही वाल खोली, सभी गैस की चपेट में आ गए और टैंक में सीवरेज का गंदा पानी भर गया. इसके कारण चारो की मौके पर ही मौत हो गई.
हादसे की खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई. मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और आला अधिकारियों की टीम ने टैंक से सफाईर्मियों और मजदूरों को निकालने की कोशिशें शुरू कर दीं.
उजागर हुई विभाग की लापरवाही
इस हादसे में जन स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सफाई के लिए सीवर में उतरे मजदूर देश के विभिन्न इलाकों में पहले भी हादसों का शिकार हो चुके हैं, लेकिन विभाग नहीं चेता. गैस का खतरा होने के बावजूद इनके पास जरूरी सुरक्षा उपकरण नहीं थे. इस पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
मृतकों में तीन ठेका मजदूर
मृतकों में एक पेरोल पर कार्यरत कर्मचारी था, जबकि तीन अन्य ठेकेदार के माध्यम से कार्य कर रहे मजदूर थे.